-शूटर्स की हुई चलती-दो दिनों में दो हत्या, कांट्रैक्ट किलर दे रहे घटना को अंजाम

-पुलिस के लिए मुसीबत बने कांट्रैक्ट किलर्स, पकड़ने में होती है मुश्किल

-फिसड्डी रही है पुलिस सुपारी किलर्स को पकड़ने में

PATNA: इलेक्शन शुरू होने वाले हैं। ऐसे में अपराधियों की सक्रियता बढ़ गई है। पिछले तीन दिनों में दो हत्या हो कर दी गई। इन हत्या को क्रांटैक्ट किलर्स ने अंजाम दिया है। इलेक्शन से पहले अपराधियों की भी तैयारी शुरू हो चुकी है। लूट, चोरी व रंगदारी के मामलों में तेजी आ गई है। क्रिमिनल्स रुपए लेकर काम शुरू कर चुकी है। जिस तरह से बीजेपी लीडर की हत्या की गई, उससे तो साफ हो गया कि अपराधी बेखौफ हो गए हैं। हत्या कर आराम से पैदल ही भाग रहे। कहां गए? कहां से आए थे? किसने भेजा था? इस बारे में पटना पुलिस को कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। हां, पुलिस यह जरूर मान रही कि सभी प्रोफशनल क्रिमिनल है और सुपारी देकर ही हत्या करवाई गई है, मगर मामले की तह में पहुंचना अभी बाकी है।

अगमकुआं में भी हत्या

अगमकुआं थाना एरिया के भूतनाथ रोड में पीएमसीएच के टेक्नीशियन जितेन्द्र को भी गोलियों से छलनी कर दिया गया। इस कांड में पुलिस को लीड मिली, मगर सच्चाई इस बार भी यही है कि सुपारी किलर्स ने ही घटना को अंजाम दिया। इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने वाले कुछ नए चेहरे शहर में एक्टिव हैं। बीजेपी लीडर अविनाश कुमार उर्फ नागा की हत्या में शामिल तीनों कातिलों की तस्वीरें सीसीटीवी फुटेज में आ चुकी है। पुराने अपराधी नहीं जिसकी पुलिस पहचान कर सके। तीनों नये चेहरे। मारने, भागने का अंदाज भी मुम्बई अंडरवर्ड के अपराधियों जैसा। रुपए लेकर जान लेने का बिजनेस पटना में काफी पहले से ही फलफूल रहा है, नए चेहरे इसमें सक्रिय हो गये हैं।

सस्ता रेट, बड़ा काम

पिछले दिनों कुछ अपराधी पकड़े गये थे, जो कम रुपये लेकर ही हत्या करने की बात पुलिस के सामने स्वीकार कर चुके हैं। कोतवाली एरिया में बैककर्मी अमृतेष की हत्या की गई थी। अमृतेष को मारने वाले अपराधी ने बताया कि 90 हजार रुपये लेकर ही हत्या कर दी। वहीं पीरबहोर थाना एरिया में मारे गये स्वर्ण व्यापारी मुन्ना साह की हत्या उनके ही बहनोई ने मात्र भ्0 हजार की सुपारी देकर करवा दी। इसके अलावा हद तो यह है कि सिर्फ 8 हजार रुपये की सुपारी लेकर सब्जीबाग के बिजनेसमैन को एक अपराधी ने गोली मारी। ऐसे में सस्ता रेट में हत्या जैसे बड़ अपराध किये और करवाये जा रहे हैं।

किलर्स को पकड़ना मुश्किल है

पटना पुलिस कांट्रैक्ट किलर्स को पकड़ने में फिसड्डी रही है। कई एक्जाम्पल है, जिसमें अपराधियों तक पुलिस पहुंच नहीं पाई है। धीरज साव की हत्या पीरबहोर थाना एरिया में उसके घर के पास ही कर दी गई थी। उसे गोली मारने वालों का कोई पता नहीं चल सका। मुन्ना साव स्वर्ण व्यापारी को गोली किसने मारा यह पुलिस आजतक नहीं जान सकी। साजिश करने वाला उसका बहनोई जरुर पकड़ गया मगर कांट्रैक्ट किलर आज तक हाथ नहीं आये। अविनाश की हत्या में भी अबतक कोई सुराग नहीं, पीएमसीएच के टेक्नीशियन को भी मारने वालों का पता नहीं चल पाया है।

Posted By: Inextlive