- योगेश भदौड़ा के खिलाफ गवाही देने आ रहा था नितिन

- करनावल में हुए तिहरे हत्याकांड में था अकेला गवाह

- कचहरी में भरी दोपहरी गोलियों की तड़तड़ाहट से मची भगदड़

Meerut : योगेश भदौड़ा और उधम सिंह के बीच गैंगवार के चलते शुक्रवार दोपहर क्ख्.फ्0 बजे कचहरी परिसर में सरेराह गवाही देने आ रहे एक कैदी पर गोलियां बरसाई गईं। गंभीर रूप से घायल कैदी को तुरंत आनंद अस्पताल भेजा गया, जहां उसकी मौत हो गई।

गवाह का मर्डर

मेरठ के कुख्यात गैंगस्टर योगेश भदौड़ा और उधम सिंह के बीच सालों से चली आ रही दुश्मनी का शुक्रवार को खौफजदा रूप देखने को मिला। करनावल-सरूरपुर मार्ग पर रजवाहे के पास नवंबर ख्0क्ख् में हुए तिहरे हत्याकांड के गवाह नितिन चिंदौड़ी पर कचहरी परिसर में आधा दर्जन हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी। इस हमले में एक चायवाला भी जख्मी हो गया। कचहरी प्रांगण में अचानक हुई वारदात से भगदड़ मच गई। लोग जान बचाने को वकीलों के चैंबर में दौड़ पडे़।

गाड़ी से उतरते ही फायरिंग

कचहरी परिसर में आज दोपहर क्ख्.फ्0 बजे बागपत के बड़ौत के वाजिदपुर गांव निवासी नितिन चिंदौड़ी को पुलिस मेरठ जेल से लेकर कचहरी परिसर गवाही दिलाने के लिए पहुंची। नितिन के वाहन से नीचे उतरते ही उसका इंतजार कर रहे आधा दर्जन बदमाशों ने उस पर गोलीबारी शुरू कर दी। नितिन के पेट और कान में तथा चाय वाले राजेश के पैर में गोली लगी। खून से लथपथ नितिन सेशन हवालात की तरफ भागा और वहीं गिर गया। पुलिस ने घायल नितिन चिंदौड़ी और चाय वाले राजेश को अस्पताल पहुंचाया, जहां नितिन ने दम तोड़ दिया।

भदौड़ा के गुर्गे

सूत्रों के मुताबिक नितिन चिंदौड़ी पर हुए इस जानलेवा हमले को योगेश भदौड़ा के गुर्गो ने अंजाम दिया है। दरअसल, योगेश और उधम के बीच कुछ दिन पहले समझौते की बात चलने पर तिहरे हत्याकांड की दो अन्य गवाह उधम की मां और पत्‍‌नी गवाही से मुकर गई थी, लेकिन नितिन चिंदौड़ी गवाही देने के लिए आया था। उधम और योगेश दोनों ही जिला कारागार में बंद हैं।

वकीलों ने किया विरोध

कचहरी परिसर में दिन दहाडे़ हुई वारदात को लेकर वकीलों ने पुलिस का विरोध किया। घटना को देखते हुए मेरठ कचहरी परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।

Posted By: Inextlive