बांह पर गोदना से पिता ने पहचाना, हफ्ते भर पहले हुआ था गायब

PRAYAGRAJ: 13 अप्रैल की रात रहस्यमय हालात में गायब हुए बृजेश कुमार उर्फ जुगनू की बॉडी शनिवार को खेत में बरामद की गयी. जला दिये जाने के चलते बॉडी बुरी तरह से सड़ गयी थी. दुर्गन्ध से खेत में बॉडी पड़े होने की आशंका हुई थी. पुलिस ने बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. आशंका जतायी जा रही है कि युवक की हत्या की गयी है. मर्डर के निशान छिपाने के लिए बॉडी को जला दिया गया. पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो तथ्य सामने आएंगे उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

रात में सोने निकला था घर से

झूंसी थाना क्षेत्र के कनिहार निवासी सुभाषचंद्र दिल्ली में जॉब करता है. उसके दो बच्चे परिवार के साथ घर पर ही रहते हैं. छोटा बेटा बृजेश कुमार उर्फ जुगनू 13 अप्रैल की रात पत्‍‌नी व बच्चों के साथ बगल के कमरे में सोने के लिए गया था. परिवार को कमरे पर छोड़कर वह कुछ देने में आना कहकर निकला था. इसके बाद उसे कुछ पता नहीं चला. सुबह तक इंतजार के बाद परिवार के लोगों ने तलाश शुरू कर दी. कुछ पता नहीं चला तो पिता सुभाषंद्र को दी गई तो वह दिल्ली से घर आ गये. 15 अप्रैल को उन्होंने बृजेश के गुम होने की सूचना झूंसी पुलिस को दी थी.

दुर्गन्ध से मिला संकेत

शनिवार को गांव के पास गेहूं की फसल काट रहे मजदूरों को दुर्गन्ध महसूस हुई और उसके चलते काम करना मुश्किल होने लगा तो वे इसका कारण जानने में लग गये. एक युवक की बॉडी देखकर सन्नाटे में आ गये. बात गांव पहुंची तो सुभाष व उसका परिवार भी जा पहुंचा. सुभाष ने मृतक की पहचान अपने बेटे बृजेश के रूप में की. उसने अपनी एक बांह पर पत्‍‌नी का नाम और दूसरी बांह पर नाग का निशान गोदवा रखा था. पहचानते होते ही परिजनों में कोहराम मच गया. पत्‍‌नी पुष्पा देवी व मां निर्मला रोते-रोते अचेत हो गयीं. मृतक के साले महेंद्र चंद्र ने बताया कि बृजेश के दो बच्चे लकी (6) व रिखी (4) हैं.

परिजनों की तहरीर पर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई थी. दोपहर के वक्त खेत में उसका शव पाया गया है. बॉडी काफी गल चुकी थी. लोग आशंका जता रहे हैं कि उसे जलाया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

दिवाकर सिंह,

प्रभारी निरीक्षक झूंसी

Posted By: Vijay Pandey