पिछले दो महीने में चार मासूमों को अपहरण करके मौत के घाट उतार दिया गया. मंडे को फरीदपुर के गांव पिपरथरा में लापता मासूम का शव मिलने से सनसनी फैल गई.

-संडे शाम घर से गांव के मंदिर में गया था प्रसाद लेने के लिए

-मंडे दोपहर मंदिर से कुछ दूर झाडि़यों में मिला शव

BAREILLY : डिस्ट्रिक्ट में मासूम अब सुरक्षित नहीं हैं। कहीं जमीन की रंजिश तो कहीं रुपए के लेनदेन और कहीं तांत्रिक क्रियाओं के लिए मासूमों को शिकार बनाया जा रहा है। पिछले दो महीने में चार मासूमों को अपहरण करके मौत के घाट उतार दिया गया। मंडे को फरीदपुर के गांव पिपरथरा में लापता मासूम का शव मिलने से सनसनी फैल गई। फरीदपुर थाना के गांव पिपरथरा में मिले मासूम की हत्या बलि चढ़ाने के लिए की गई। इससे पहले पिछले 15 दिन में जगतपुर और कैंट थाना क्षेत्र में भी दो लापता मासूमों के शव मिल चुके हैं।

मंडे को दर्ज कराई गुमशुदगी

फरीदपुर के पिपरथरा गांव निवासी कृपाल सिंह की तीन बेटियां हैं जबकि बेटा 4 वर्षीय राजकुमार था। कृपाल ने बताया कि संडे शाम सात बजे राजकुमार घर से गांव के मंदिर में आरती और प्रसाद लेने के लिए निकला था। काफी देर तक वह वापस नहीं आया तो परिवार वालों ने उसे तलाशना शुरू कर दिया। परिवार वाले मंदिर पर भी पहुंचे लेकिन पुजारी मालीराम उर्फ राजनबाबू ने बताया कि मासूम मंदिर पर आया था और प्रसाद लेने के बाद चला गया। मंडे सुबह कृपाल भाई के साथ फरीदपुर थाना पहुंचे और मासूम की गुमशुदगी दर्ज करा दी।

मंदिर से 100 मीटर दूर मिला शव

मंडे को भी मासूम को परिजन और रिश्तेदार भी पूरा दिन तलाशते रहे। इसी दौरान रिश्तेदार को मंदिर से करीब 100 मीटर दूर मासूम का शव झांडि़यों में दिखाई दिया। मासूम के गले में लाल और पीला रिबन बंधा था, माथे पर तिलक लगा था और कान काटा गया था। शव के पास शहतूत के पेड पर रोली और अक्षत लगा हुआ था, पास में अधजली मोमबत्ती भी पड़ी थी। पास में ब्लड के धब्बे भी मिले। मासूम चीख न सके इसके लिए उसके मुंह में कपड़ा भी ठूंसा गया था। इससे परिजनों के साथ ग्रामीणों को भी साफ हो गया कि मासूम की हत्या बलि चढ़ाकर की गई है। वहीं, परिवार वालों ने बताया कि उनकी गांव में किसी से रंजिश नहीं हैं।

सिर्फ एक मामले का खुलासा

पिछले करीब दो महीने में चार मासूमों का अपहरण करके हत्या कर दी गई, लेकिन पुलिस अब तक सिर्फ एक मामले का ही खुलासा कर सकी है। अप्रैल में नवाबगंज के एक बारातघर से पीलीभीत निवासी शिक्षक के बेटे का अपहरण करने के बाद हत्या कर दी गई थी। कई दिन बाद पुलिस को बच्चे का शव गड्ढे में दबा मिला था। मामले में पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया, जबकि बाकी तीनों मामलों में पुलिस अभी खाली हाथ है।

 

मासूम कल घर से मंदिर पर गया, तब से लापता था, मंडे दोपहर करीब साढ़े तीन बजे उसका शव झाडि़यों में मिला। मासूम के शव को देखकर लगता है कि किसी ने रंजिश के चलते हत्या की है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

संसार सिंह, एसपी आरए

 

दो महीने में हुए घटनाक्रम

1. बारादरी थाना क्षेत्र में बीती 12 जून को सूफी टोला निवासी रहीश मियां का 12 साल का बेटा अजहर का शव अगले दिन खाली प्लॉट पर मिला था, वह एक दिन पहले यानि मंगलवार रात से घर वापस नही लौटा था।

 

2. दो मई को नबावगंज निवासी शिक्षक का बेटे का अपहरण कर बदमाशों ने गला दबाकर हत्या कर दी, उसका शव बिथरी से बरामद किया गया था। मामला में अपहरणकर्ताओं ने एक करोड़ की फिरौती मांगी थी। कुछ दिन में ही पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।

 

3. बीती 21 जून को कैंट थाना क्षेत्र के रहने वाले दसवीं के छात्र अयान घर से स्कूटी से चिकन लेने के लिए निकला था। लेकिन वह घर वापस नही लौटा। अगले ही दिन उसका शव बिथरी स्थित नहर के किनारे रेत से भरे बोरे से पुलिस ने उसका शव बरामद किया था। मामले में परिजनों ने एक रंजिशन एक मदरसा शिक्षक पर हत्या का आरोप लगाया था।

Posted By: Inextlive