आरोपियों ने मैनेजर और प्रिंसिपल का घोंटा गला। चार गिरफ्तार स्कूल परिसर में खोदाई कर बरामद किए शव।


agra@inext.co.inAGRA : स्कूल पर कब्जा करने और लेन-देन के विवाद में स्कूल प्रबंधक और प्रधानाचार्य की गला घोंटकर हत्या कर दी गई। चार आरोपितों ने दोनों के शव स्कूल परिसर में ही गड्ढा खोदकर दबा दिए। दो दिन से परिजन उनकी तलाश कर रहे थे। पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार कर शव बरामद कर लिए हैं। किराए का था विवाद
आगरा के बिधरई में मंसा की मढैय़ा निवासी सुरेंद्र कुमार लवानिया आठ वर्ष से सिकंदरा क्षेत्र के ओम विहार कॉलोनी में रहते थे। उनके आधा दर्जन से अधिक विद्यालय संचालित हैं। इनम से एक डॉ। बीआर आंबेडकर स्कूल ताजगंज के कौलक्खा में है। इस स्कूल को उन्होंने सेमरी गांव निवासी धीरज को तीन हजार रुपये मासिक किराए पर दिया था। स्कूल को किराए पर देने की सिफारिश उखर्रा स्थित सैनिक भारती इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य विजय कुमार झा (मूल निवासी मनीगाछी, दरभंगा, बिहार। विजय आगरा में करीब 20 वर्ष से रह रहे थे) ने की थी। दो माह तक धीरज ने उन्हें किराया दिया मगर, इसके बाद टालमटोल कर रहा था। कई बार दोनों में इसी मामले पर विवाद भी हुआ था। महंगे शौक पूरा करने को उड़ाते थे मोबाइल, नाबालिग समेत 5 अरेस्टस्कूल से घर के लिए निकले थे


शुक्रवार को सुरेंद्र और विजय दोनों कौलक्खा स्थित स्कूल के लिए घर से निकले थे। इसके बाद उनका कुछ पता नहीं चला। दोनों के मोबाइल स्विच ऑफ थे। शनिवार दोपहर को परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने परिजनों के शक के आधार पर सेमरी गांव निवासी धीरज और उसके भाई संदीप को हिरासत में ले लिया। कई घंटे की पूछताछ के बाद उन्होंने वारदात कबूल कर ली। इसके बाद पुलिस ने सेमरी निवासी नीरज और उसके दोस्त विजय को भी दबोच लिया। देर रात पुलिस आरोपितों को लेकर कौलक्खा स्थित स्कूल पहुंची। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने स्कूल परिसर में गड्ढे में दबे दोनों के शव बरामद कर लिए। एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि धीरज स्कूल पर कब्जा करना चाहता था। इसीलिए साजिश के तहत अपने भाई और दोस्तों के साथ मिलकर सुरेंद्र और विजय की हत्या कर दी।

Posted By: Mukul Kumar