-छोटी बहन के लिए विदाई की चुनरी खरीदने निकला था अंतिम

ALLAHABAD: किस्मत को क्या मंजूर है यह कोई नहीं जानता। बहन की शादी को सबसे ज्यादा परेशान अंतिम ही था। सबसे छोटा होने से वह सबका दुलारा भी था। वह खुद भी इसे महसूस करता था। इसीलिए खुद हर काम में हाथ बंटा रहा था। शाम को बारात आनी थी और विदाई के लिए चुनरी नहीं खरीदी गई थी। इसी को लेने के लिए वह घर से निकला था। घर में बोलकर गया था अपनी पसंद से चुनरी लाएगा। लेकिन, अब वह कभी नहीं लौटेगा। शाम को बहन की बारात आई तो उसकी बॉडी पोस्टमार्टम हाउस में थी। इस घटना ने पूरे परिवार की खुशियां मातम में बदल दीं।

भरी आंखों से शादी की तैयारी

ख्9 मई को ही अंतिम की छोटी बहन अर्चना की शादी थी। बारात नैनी से आने वाली थी। सब लोग बारात की तैयारी में जुटे थे। संयोग से इसी दिन दुल्हन के छोटे भाई अंतिम की गोली मार कर हत्या कर दी गई। अब अंतिम के परिवार के लिए यह सोच पाना भी मुश्किल हो गया कि बेटी की डोली उठने का इंतजार करें या बेटे का अंतिम संस्कार करें। रोना-धोना शुरू हो चुका था। बात की गई तो पता चला कि बारात निकलने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इस स्थिति का सामना करने के लिए बुजुर्ग सामने आए। उन्होंने समझाया कि जो होना था, हो चुका। जो होने वाला है पहले उसे हो जाने दिया जाय। इसके बाद तय हुआ कि पहले डोली विदा होगी इसके बाद बेटे की अर्थी उठेगी। इसके बाद बारात आई और रस्में भी पूरी हुई लेकिन सब पर मातमी छाया था।

पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार

पुलिस ने अंतिम की बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। शादी विवाह समारोह में परेशान होने के चलते पंचनामा की कार्रवाई तत्काल न हो सकी। फैमिली मेम्बर्स ने फैसला किया है कि फ्0 मई को बेटी की विदाई होने के बाद बेटे की अर्थी घर से निकलेगी। फ्राइडे को अंतिम की बॉडी का पोस्टमार्टम होगा।

Posted By: Inextlive