PATNA : बहादुरपुर थानांतर्गत सैदपुर नहर के नंदनगर कॉलोनी में एक बेटा अपने वहशी बाप का शिकार हो गया. बेटे को मार बाप फरार हो गया. वह अपनी पत्नी को बेरहमी से मार रहा था जिसे बचाने बेटा मां के शरीर पर लेट गया. उस दरिंदे बाप ने बेटे को पटक कर गला दबाकर हत्या कर दी.


जहानाबाद के अरवल रोड स्थित कसमा कसई गांव की रहने वाली सावित्री देवी से मिथिलेश प्रसाद चंद्रवंशी की शादी करीब नौ साल पहले हुई थी। मिथिलेश की यह चौथी शादी है। शादी के बाद मिथिलेश सावित्री को अधिकतर उसके मायके में ही रखता था। कुछ दिन पहले सावित्री अपना इलाज कराने पटना आई थी। पांच लाख रुपया देने को कहा


गुरुवार की रात मिथिलेश ने उससे अपनी पांच बीघा जमीन बेचकर पांच लाख रुपया देने को कहा। इस पर सावित्री ने कहा कि जेठ में चना व मसूर कटने पर रुपया दे देंगे। इतना सुनते ही वह आग-बबूला हो गया। उसका हाथ-पैर बांधकर लकड़ी के फट्टे से पीटने लगा। चिल्लाने पर उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। इसी बीच, उसका सात वर्षीय बेटा अमित अपनी मां को बचाने के लिए उसके शरीर पर लेट गया। हैवान बाप ने बेटे को उठाकर पटक दिया। उसकी भी खूब पिटाई की और गला दबा दिया। इस कारण उसकी मौत हो गई। इसके बाद वह भाग गया।पहले भी कर चुका है मर्डर

सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंच पुलिस ने अमित की डेडबॉडी पोस्टमार्टम के लिए एनएमसी में भेज दिया। सावित्री को इलाज के लिए एनएमसीएच के इमरजेंसी में छोड़ दिया। वहां उसके मोहल्ले की दो औरतें आईं। कुछ लोगों ने रुपए की मदद भी की। एनएमसी स्टाफ ने मारकीन में अमित के शव को लपेट कर ठेले पर लाद भेज दिया। मां-बेटी डेडबॉडी को लेकर ठेला पर लेकर चली गई। मिथिलेश का भाई अवधेश गया में दारोगा है, वहीं सावित्री की बहन संतोषी के पति दानापुर छावनी के कैंटीन में काम करता है। हालांकि इसे देखने कोई नहीं आया। सामाजिक सुरक्षा सहायता के तहत 10 हजार एवं कबीय अंत्येष्टि योजना का डेढ़ हजार भी उसे नसीब नहीं हो सका। मिथिलेश इससे पहले भी अपनी दूसरी पत्नी की बेटी को मार चुका है।

Posted By: Inextlive