-डोरंडा इलाके में लगा है गंदगी का अंबार

-नाली का पानी बह रहा सड़क पर, नमाजियों को मस्जिद पहुंचने में हो रही परेशानी

-रांची नगर निगम नहीं दे रहा है ध्यान, लापरवाही से बदहाल है इलाका

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RANCHI: रमजान-उल-मुबारक शुरू हो गया है और साथ ही शहर के मार्केट और मुस्लिम बहुल इलाकों में लोगों की चहल-पहल भी बढ़ गई है। लेकिन, रोजदारों और नमाजियों को गंदगी से निजात दिलाने के लिए रांची नगर निगम ने अभी तक कोई पहल नहीं की है। माह-ए-रमजान शुरू होते ही मस्जिदों में नमाजियों की संख्या भी बढ़ गई है। नमाज का वक्त होते ही बड़ी संख्या में लोग मस्जिद पहुंच रहे हैं। लेकिन, मस्जिद तक पहुंचना नमाजियों के लिए बहुत मुश्किल भरा काम साबित हो रहा है। इसकी वजह है मस्जिद के रास्ते में गंदगी के अंबार का लगा होना और नाली के पानी का सड़क पर बहना। इसकी वजह से लोगों का सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है। यह हाल है डोरंडा के मस्जिद लेन के पास का, जहां से रांची नगर निगम ने अब तक न तो कूड़ा हटवाया है और न ही नाली की सफाई कराई है।

मस्जिद लेन और डोरंडा बाजार की गलियां हैं बदहाल

डोरंडा के मस्जिद लेन इलाके में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है। नालियां गंदगी से बजबजा रही हैं। कूड़ा-कचरा नालियों से बाहर निकलकर सड़क पर फैल गया है। बदबू से लोग परेशान हैं। बारिश की वजह से भी सड़क पर जलजमाव हो गया है, जिसमें नाली का नापाक पानी भी मिला हुआ है। सड़क का हाल ऐसा है कि एक कदम भी चलना मुश्किल हो गया है। सड़क का हाल देखकर लगता है कि महीनों से यहां सफाई नहीं हुई है। मस्जिद लेन के अलावा डोरंडा बाजार का भी यही हाल है। यहां की गलियों की स्थिति तो ऐसी बनी हुई है कि पैदल चलने के लिए जगह ही नहीं बची है।

मार्केट जाना भी हुआ मुश्किल

रमजान को लेकर लोग रविवार से ही इसकी तैयारियों में जुटे दिखे। सेहरी व इफ्तार में यूज होनेवाले सामानों की खरीदारी के लिए लोग मार्केट पहुंच रहे थे। डोरंडा के मस्जिद लेन इलाके में भी लोग खरीदारी के लिए मार्केट की तरफ निकले, मगर उन्हें कीचड़ और गंदगी से होकर गुजरना पड़ा। लोगों से जब पूछा गया कि रांची नगर निगम के सीईओ मनोज कुमार का यह दावा कितना सही है कि निगम शहर में हर रोज सफाई करवा रहा है, तो उनका जवाब था कि अगर हर रोज सफाई हो रही होती, तो यहां गंदगी नजर नहीं आती। सीईओ साहब कम से कम रमजान से पहले यहां की सफाई करवा दिए होते, तो रमजान में यहां लोगों को गंदगी से परेशानी नहीं होती।

रांची नगर निगम नहीं दे रहा ध्यान

रांची नगर निगम की लापरवाही का आलम ऐसा है कि यह इलाका बदहाल हो गया है। सफाई के नाम पर यहां कुछ भी नहीं होता है। यहां की नालियों की अभी जो हालत है, अगर समय रहते इसकी सफाई हुई होती, तो कम से कम बारिश का पानी सड़क पर नहीं जमा होता। यही नहीं, शहर में जितने भी माइनॉरिटी मुहल्ले हैं, वहां सफाई के लिए रांची नगर निगम द्वारा ध्यान ही नहीं दिया जा रहा है।

सेहरी से दो घंटे पहले उठना होगा पानी के लिए

गंदगी तो गंदगी, डोरंडा के लोगों को पानी का भी सितम सहना पड़ रहा है। यहां वाटर सप्लाई की टाइमिंग यह आलम है कि रमजान के महीने में लोगों को पानी के लिए सेहरी के टाइम से दो घंटे पहले उठना होगा। डोरंडा के मिस्त्री मुहल्ला, कुम्हार टोली, मनीटोला और धोबी मुहल्ला समेत अन्य मुहल्लों में रात के क्ख् और क् बजे ही वाटर सप्लाई शुरू हो जाती है। इसके एक घंटे बाद वाटर सप्लाई बंद कर दी जाती है। यहां के लोग आधी रात में ही उठकर पानी भरने को मजबूर हैं। इस पर भी रांची नगर निगम कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

'रमजान का पाक महीना शुरू हो गया है, लेकिन रांची नगर निगम ने अभी तक मुहल्ले से कूड़ा-कचरा नहीं उठवाया है। सड़क पर नाली का पानी बह रहा है। हाल ऐसा है कि लोगों का चलना मुश्किल हाे गया है.'

-इमरान

समाजसेवी

'बारिश का पानी सड़क पर जमा हो जाता है। नाली किसी काम की नहीं है। कूड़ा भी बाहर ही रहता है। कोई इसे उठाने नहीं आता है.'

-तनवीर

'कम से कम रमजान के महीने में तो साफ-सफाई हो जाती। लेकिन, रमजान के पहले न तो कूड़ा हटाया गया और न ही नाली की सफाइर्1 की गई.'

-इफ्तेखार

'लोगों को इसी सड़क से होकर मस्जिद तक जाना होता है। नाक पर रूमाल या हाथ रखकर लोग यहां से गुजरते हैं। सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है.'

-चांद

Posted By: Inextlive