बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम की वजह से अब तक 100 बच्चों की जान जा चुकी है।


मुजफ्फरपुर (एएनआई)। बिहार के मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस)से अब तक 100 बच्चों की मौत हो गयी है। एईएस को चमकी बुखार के नाम से भी पुकारा जा रहा है। मुजफ्फरपुर स्थित श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसकेएमसीएच) के अधीक्षक सुनील कुमार शाही ने कहा, मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से हुई माैतों का आंकड़ा बढ़कर 100 हो गया है। बच्चों के परिवारों को 4 लाख रुपये की आर्थिक मदद आधिकारिक आंकड़े के अनुसार श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में 83 बच्चों की मौत और केजरीवाल अस्पताल में 17 बच्चों की मौत की पुष्टि की गयी। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बीमारी को नियंत्रित करने के लिए राज्य के स्वास्थ्य विभाग को विशेष निर्देश दिए हैं। इसके अलावा एईएस से मरने वाले बच्चों के परिवारों को 4 लाख रुपये आर्थिक मदद का ऐलान किया है।


चमकी बुखार से बिहार में अब तक 80 माैतें, खाली पेट न खाएं लीची, जानें लक्षण व बचने के तरीकेचमकी बुखार से परेशान बिहार, मुजफ्फरपुर जिले में बनेगा एईएस रिसर्च सेंटर होगी कारणों की जांचसिंड्रोम के तेज बुखार, ऐंठन और सिरदर्द जैसे लक्षण

एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम के तेज बुखार, ऐंठन और सिरदर्द जैसे लक्षण होते हैं और कुछ ही दिन में मरीज की जान पर बन आती है। हाल ही में बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा था कि इंसेफेलाइटिस वायरल बीमारी है। इस बीमारी के कारण का पता लगाने वाली ने पाया था कि रात में खली पेट सोने से, नमी के कारण डिहाइड्रेशन होना व खाली पेट लीची खाने से यह सिंड्रोम फैल रहा है।

Posted By: Shweta Mishra