भारत लौटने पर मेरी जान को ख़तरा: ललित मोदी
ललित मोदी ने बीबीसी के कार्यक्रम हार्डटॉक में कहा, "मेरे लिए जान क़ीमती है. कई बार मेरी हत्या की कोशिश हुई है. मैं भारत तब जाऊंगा जब मैं सुरक्षित महसूस करूंगा. मैं नहीं जानता कि आपको सुपारी के बारे में पता है या नहीं, अगर कोई आपको मार देता है तो उसको इनाम मिलता है. मेरे ऊपर सुपारी रखी गई है.""मैं फिक्सिंग को लेकर बहुत कठोर था. मैंने ये कोशिश की थी कि ऐसी कोई चीज़ नहीं हो. आज आप देखिए कि आईपीएल में मेरे विरोधी लोग फिक्सर और माफ़िया से मिले हुए हैं."-ललित मोदी, पूर्व कमिश्नर, आईपीएलउन्होंने कहा कि उन्हें सुरक्षा मिली थी जो राजनीतिक इशारों पर वापस ले ली गई. भारत सरकार ने उनके दक्षिण अफ़्रीक़ी और इसराइली सुरक्षाकर्मियों को हथियार भी नहीं रखने दिए.
ये पूछे जाने पर कि वो भारत वापस कब जाएंगे, मोदी ने कहा, "उम्मीद है कि एक साल से ज़्यादा नहीं लगेगा, शायद मैं अगले साल मार्च या अप्रैल में भारत वापस जाऊंगा."ललित मोदी ने इस ओर भी इशारा किया है कि सत्ताधारी पार्टी के कुछ लोग उनके ख़िलाफ़ हैं.
उन्होंने कहा, "कुछ ताक़तवर लोग मेरे ख़िलाफ़ हैं लेकिन वो हमेशा ताक़तवर नहीं रहने वाले. अगर अभी सत्ताधारी दल के लोग मेरे ख़िलाफ़ हैं तो ज़रूरी नहीं कि भविष्य में जो पार्टी सत्ता में आएगी उसके सदस्य भी मेरे ख़िलाफ़ होंगे. मेरे लिए सुरक्षा बहुत ज़रूरी है."'सट्टेबाज़ों से मिलीभगत'
ललित मोदी ने आईपीएल की शुरुआत की थी और पहले तीन सीज़न में इसके कमिश्नर रहे.
लीग के संचालन में वित्तीय अनियमितताओं और दो नई टीमों की नीलामी के दौरान ग़लत तरीक़े अपनाने के लिए आईपीएल 2010 के आयोजन के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था.