एक मंदिर जहाँ आत्मा भटकती है
मान्यता है कि देवास के महाराजा ने इस मंदिर का निर्माण कराया था लेकिन मंदिर बनने के बाद से ही राजघराने में अशुभ घटनाएँ घटने लगीं. लोकलाइट्स बताते हैं कि यहाँ की राजकुमारी का अफेयर राज्य के सेनापति से था जो राजा को कई पसन्द नहीं था. फिर कुछ ऐसा हुआ कि राजकुमारी की मिस्चीरियस डेथ हो गई और सेनापति ने भी मंदिर में ही सुसाइट कर लिया.
अब यह कहना कठिन है कि ये सारे किस्से सच हैं या अफवाह पर मंदिर से जुड़े अजीबोगरीब किस्सों के कारण इस मंदिर की सुध कोई नहीं लेता. धीरे-2 यह मन्दिर अब यह खण्डहर में तब्दील होता जा रहा है. लोग आस्था ऐर विश्वासा की वजह से यहाँ दर्शन के लिए तो आते हैं लेकिन डर के चलते वे भी दिन ढलने से पहले ही मंदिर से बाहर निकल जाते हैं.