-नगर निगम के सर्वे में मिल रहे बिना 'मालिक' वाले मकान

-नगर निगम इन भवनों की राजस्व विभाग से कराएगा जांच

-अघोषित संपत्ति निकलीं तो अधिग्रहण की होगी कार्यवाही

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VARANASI

शहर में तमाम मकान ऐसे भी हैं, जिनके मालिकों का पता तक नहीं है। 'लावारिस' मकानों का कौन मालिक है। यह बताने वाला कोई नहीं है। नगर निगम के सर्वे में यह सच सामने आया है। अकेले वरुणापार एरिया में महज सौ मीटर के दायरे में आठ ऐसे मकान मिले हैं जिनके मालिक का पता नहीं चल पाया है। खास बात यह है कि इनमें तीन भवनों का कामर्शियल यूज भी हो रहा है। अब नगर निगम इन मकानों की रेवेन्यू डिपार्टमेंट से जांच कराएगा। साथ ही अगर ये अघोषित सम्पत्तियां निकलीं तो इसके अधिग्रहण की कार्यवाही भी निगम करेगा।

सर्वे में मिल रही गड़बड़ी

नगर निगम अपना रेवेन्यू बढ़ाने के लिए शहर में सर्वे करा रहा है। इस सर्वे में टैक्स डिपार्टमेंट व एक निजी संस्था द्वारा नये सिरे से मकानों का असेसमेंट किया जा रहा है। इसी में कई मकान ऐसे मिले हैं जिनका ओनर कौन है यह पता नहीं चल पाया। वरुणापार एरिया में तो सौ से ज्यादा मकानों के असेसमेंट में व्यापक गड़बड़ी मिली। इन भवनों पर बढ़ा टैक्स लगाने पर निगम को 2.84 करोड़ रुपये अतिरिक्त मिलेंगे।

बंद मकानों को करेंगे 'लॉक'

सर्वे में जो मकान जर्जर हाल में मिले हैं, या फिर सालों से इन भवनों में कोई रह नहीं रहा है। ऐसे मकानों पर निगम अपना ताला लगाएगा। इस बीच, पता चलने पर अगर भवन स्वामी ने दावा किया तो उससे नगर निगम अधिनियम 1959 की धाराओं के तहत कर चोरी के एवज में निर्धारित जुर्माने के साथ स्वकर नियमावली की प्रभावी तिथि से एकमुश्त धनराशि वसूली जाएगी।

एक नजर

1.92

लाख मकान हैं टोटल शहर में

11

हजार मकानों का अब तक हो चुका है सर्वे

23

मकानों के मालिकों का नहीं चला पता

360

भवनों के असेसमेंट में मिली गड़बड़ी

18

करोड़ से ज्यादा हाउस टैक्स की हुई वसूली

वर्जन--

जिन भवनों के मालिका का पता नहीं चल रहा है। उन मकानों की जांच के लिए डीएम को लेटर लिखा गया है कि वे राजस्व विभाग से जांच कराएं। इसके बाद भी अगर मालिक का पता नहीं चलता है तो भवनों के अधिग्रहण की कार्रवाई होगी।

डॉ। नितिन बंसल, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive