-करदाता और कर अधीक्षक में जमकर हुई बहस

क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ:

नगर निगम से जारी दस गुना ज्यादा कॉमर्शियल टैक्स का बिल देखकर बौखलाए करदाता ने वेडनेसडे को नगर निगम में जमकर हंगामा काटा। कर अधीक्षक और करदाता में इसे लेकर तीखी बहस हुई और दोनों एक-दूसरे पर बिल में गड़बड़ी के आरोप लगाते रहे। शोर सुनकर नगर निगम के तमाम कर्मचारी कर अधीक्षक शैली गुप्ता के ऑफिस में जमा हो गए। काफी देर हंगामे के बाद मामले का कोई हल नहीं निकल सका। इसके बाद मुख्य कर निर्धारण अधिकारी ने मामले की जांच की बात कही है।

2 लाख आ गया बिल

दरअसल नगर निगम की ओर से नवादा शेखान निवासी रजनी यादव पत्नी शिवरतन सिंह के नाम पर 2 लाख 3 हजार 175 रुपए का कॉमर्शियल टैक्स का बिल बीती 10 अक्टूबर को जारी कर दिया था। वेडनसडे को बिल उनके घर पहुंचा तो बिल की रकम देखकर उनके होश उड़ गए। जिसके बाद शिवरतन अपने बेटे साथ नगर निगम पहुंचे और कर अधीक्षक शैली गुप्ता से भिड़ गए। उनका कहना था कि उनका कॉमर्शियल टैक्स का बिल 22993 रुपए का आता है जिसे वह लगातार जमा करते आ रहे हैं। अब नगर निगम ने दस गुना ज्यादा रकम का बिल भेज दिया।

करदाता का पक्ष

करदाता शिवरतन सिंह ने बताया कि वह शुरू से ही एक कॉमर्शियल और एक रेजीडेंशिल टैक्स बिल देते आए हैं। ऐसे में एक नया बिल कहां से जारी हो गया।

दोनों पक्षों को अपने ऑफिस में बुलाकर पूरी जानकारी ली जाएगी और जो भी गलत होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।

ललितेश सक्सेना, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी

Posted By: Inextlive