कबाड़ी भी नहीं ले रहे नगर निगम की गाड़ी
- तीन बार टेंडर होने के बाद भी खरीदारों ने नहीं दिखाई रुचि
- निगम परिसर के आसपास सड़ रहे करोड़ों के वाहन VARANASI नगर निगम के निष्प्रयोज्य (कंडम) घोषित हो चुके वाहनों को खरीदार नहीं मिल रहे हैं। जिससे दस महीने से ज्यादा समय से दो दर्जन से अधिक छोटे-बड़े वाहन सड़ने की कगार पर पहुंच गए हैं। तमाम वाहनों के कलपुर्जे, बैट्री आदि सामान भी चोरी हो गए हैं। नगर निगम ने तीन बार वाहनों की नीलामी का टेंडर निकाला, लेकिन तीनों बार खरीदारों ने इसमें रुचि नहीं दिखाई। मिलता राजस्व तो बढ़ते वाहनदरअसल, नगर निगम तय समय तक वाहनों को यूज करने के बाद उन्हें कंडम घोषित कर देता है। इसमें तमाम ट्रक, जेसीबी, मैजिक, ट्रैक्टर, ट्रॉली आदि वाहन हर साल निष्प्रयोज्य हो जाते हैं। फिर नगर निगम वाहनों को नीलाम करने की प्रक्रिया शुरू करता है। इससे निगम को जो रेवेन्यू मिलता। उससे नये वाहन खरीदे जाते हैं।
बाट जोहते रहे अफसरइस बार भी नीलामी के लिए नगर निगम ने मार्च में टेंडर निकाला, लेकिन निर्धारित समय तक कोई खरीदार सामने नहीं आया। इसके बाद मई में फिर यह प्रक्रिया हुई, फिर भी नतीजा सिफर रहा। जुलाई में तीसरी बार टेंडर निकला गया पर निगम काे खरीदार नहीं मिले।
निगम के पीछे पटरियां ब्लॉक कंडम हो चुके वाहन नगर निगम परिसर के आसपास सड़क से सटाकर खड़े किए गए हैं। इससे निगम के पीछे रोड की पटरियां पूरी तरह से ब्लॉक हो गई हैं। बेकार हो चुके तमाम वाहनों के कलपुर्जे व बैट्री तक चोर निकाल ले गए हैं। धूप व बारिश की वजह से वाहनों की बॉडी भी जगह-जगह टूटकर गिर गई है। अफसरों के मुताबिक तीसरी बार टेंडर होने पर कई खरीदार आए भी, लेकिन उनको कोई वाहन पसंद नहीं आये। एक नजर - 30 से ज्यादा कंडम वाहन खड़े हैं नीलामी के इंतजार में - 1.5 करोड़ से ज्यादा आंकी है निगम ने इनकी कीमत - 03 बार टेंडर के बाद भी नहीं मिले खरीददार - 15 साल होती है वाहनों के संचालन की अवधि कंडम वाहनों की नीलामी के लिए फिर संशोधित टेंडर निकाला जाएगा। इसकी प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। इस बार प्रयास होगा कि वाहन नीलाम हो जाएं। आरसी सिंह, संयुक्त नगर आयुक्त