- घंटों चले मंथन के बाद नगर निगम में लिया गया निर्णय

- पार्षदों की टीम एक महीने के अंदर खोजेगी स्थान

ALLAHABAD: फायर ब्रिगेड चौराहा के पास पक्की दुकानों को तोड़े जाने के बाद पार्षदों ने जब सख्त रवैया अपनाया तो नगर निगम एडमिनिस्ट्रेशन को थोड़ा नरम होना पड़ा। अब नगर निगम सड़क किनारे पटरी पर स्थित किसी भी दुकान को तब तक नहीं तोड़ेगा, जब तक दुकान हटाने से पहले वैकल्पिक जगह का इंतजाम न हो जाए। पहले उजाड़े गए दुकानदारों को बसाने का काम होगा फिर उन्हें उजाड़ा जाएगा।

अफसरों के साथ आकस्मिक मीटिंग

नगर निगम सभागार में मंगलवार को जिम्मेदार ऑफिसर्स के साथ ही पार्षदों की एक आकस्मिक मीटिंग बुलाई गई, जिसमें सड़क किनारे पटरी पर दुकान लगाकर जीविकोपार्जन कर रहे लोगों की आजीविका छीनने पर चर्चा की गई। मीटिंग शुरू होते ही पार्षदों ने सवालों से नगर आयुक्त को घेर लिया। पार्षद निजामुद्दीन ने कहा कि सोमवार को पीडी टंडन रोड पर दुकानों को तोड़ने से पहले दुकानदारों को सामान हटाने का समय क्यों नहीं दिया गया? कुछ प्रभावशाली लोगों को क्यों छोड़ दिया गया? वहीं पार्षद आनंद सोनकर ने कहा कि किसी भी दुकानदार को नोटिस नहीं दिया गया और न ही दुकान खाली करने को कहा गया, ऐसा क्यों? पार्षद अशोक सिंह ने कहा कि नगर निगम सदन में संकल्प पारित हुआ था कि पहले दुकानदारों को बसाने का इंतजाम होगा, फिर उजाड़ा जाएगा, लेकिन ऐसा क्यों नहीं हुआ? वहीं राजू शुक्ला ने कहा कि फेरी नीति लागू होने के बाद हजारों फार्म पेंडिंग में हैं? नगर आयुक्त देवेंद्र पांडेय ने जवाब देते हुए कहा कि हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करना नगर निगम का काम है। कोर्ट के आदेश पर ही दुकानों को ढहाने की कार्रवाई की गई।

मीटिंग में लिए गए निर्णय

अंत में मेयर अभिलाषा गुप्ता ने निर्णय लिया कि पार्षदों की कमेटी नगर निगम के साथ मिलकर एक माह के अंदर वेंडिंग जोन के स्थल का चयन करेगी और दुकानदारों को स्थापित कराएगी। जब तक स्थापित करने का इंतजाम नहीं हो जाता, तब तक दुकानों को नहीं तोड़ा जाएगा। केवल सड़क, नालों, नालियों पर किए गए अतिक्रमण को हटाया जाएगा। मीटिंग में पार्षद शिवसेवक सिंह, आभा द्विवेदी, कुसुमलता गुप्ता, लाज सोनकर, गिरधारी सिंह, राजेश कुशवाहा, अनीस अहमद, राजू निषाद, दिनेश कुमार, अहमद अली, किरन जायसवाल, नीरज गुप्ता,्र सोनिका अग्रवाल आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive