नंदा राजजात यात्रा रूट देखने के लिए टीम रवाना
-राजजात यात्रा रूट की रेकी करने के लिए स्पेशल टीम को किया रवाना
-टीम के साथ स्टेट पुलिस, निम व एसडीआरएफ के एक्सपर्ट्स भी शामिल DEHRADUN : एशिया की सबसे लंबी पैदल यात्रा व हिमालय का सचल सांस्कृतिक महाकुंभ कहे जाने वाली नंदा राजजात यात्रा 2014 का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। महज 17 दिन बाकी रह गए हैं, लेकिन अब तक यात्रा रूट के हालात क्या हैं? ये सबके सामने हैं। इस यात्रा के लिए मौसम कितना सहयोग देगा, ये भविष्य पर निर्भर है, लेकिन फिलवक्त नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग (निमम), स्टेट पुलिस व एसडीआरएफ की टीम यात्रा रूट की रेकी के लिए निकल चुकी है। करीब 38 लोगों की टीम के आने का इंतजार है। इसके बाद ही असल में नंदा राजजात यात्रा सुचारु रूप से चल पाने की असलियत सामने आ पाएगी। 18 अगस्त से शुरू होनी है यात्राकरीब बारह साल बाद होने वाली पवित्र हिमालय कुंभ यात्रा इसकी महीने के 18 अगस्त से शुरू होनी है, हालांकि यह यात्रा 2012 में होनी थी, धार्मिक मान्यताओं के कारण यात्रा 2013 में तय की गई, लेकिन गत वर्ष भी उत्तराखंड में आई आपदा के कारण यात्रा को अगले वर्ष के लिए तय किया गया। अब तारीख नजदीक हैं, तैयारियां कहने मात्र के लिए हैं, लेकिन यात्रा रूट की व्यवस्थाओं के लिए सरकार ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मॉउंटेनियरिंग उत्तरकाशी (निमम) को जिम्मेदारी सौंपी है।
जल्द लौटेगी निम की टीम दरअसल, ख्0क्फ् जून में आई त्रासदी के बाद निम ने केदारनाथ यात्रा शुरूकरवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यही वजह है कि प्रदेश सरकार ने नंदा राज जात यात्रा ख्0क्ब् में व्यवस्थाएं सुदृढ़ करने के लिए स्टेट पुलिस, एसडीआरएफ के साथ जिम्मा सौंपा है। अब तीन दिन पहले ही निम की टीम नंदा राजजात यात्रा मार्ग की रेकी के लिए निकल पड़ी है। निम के मुखिया कर्नल अजय कोठियाल के साथ स्टेट पुलिस के डीआईजी जीएस मार्तोलिया, निम के एक्सपर्ट्स व एसडीआरएफ के एक्सपर्ट्स भी इस टीम में शामिल हैं। निम कार्यालय सोनप्रयाग से मिली जानकारी के अनुसार टीम यात्रा रूट की रेकी के लिए निकली है। इसके बाद पता चल पाएगा कि यात्रा मार्ग के हालात क्या हैं। नंदा राजजात का शिड्यूल -यात्रा क्8 अगस्त से शुरू होगी और म् सितंबर तक चलेगी। -क्8 अगस्त ख्0क्ब् को नंदा देवी राज जात का शुभारंभ नौटी के ईड़ा-बधाणी से शुरू होगी। -क्9 अगस्त को ईड़ा-बधाणी से नौटी। -ख्0 अगस्त को नौटी से कांसुवा। -ख्क् अगस्त को कांसुवा से सेम। -ख्ख् अगस्त को सेम से कोटी।-ख्फ् को कोटी से भगोती।
-ख्ब् को भगोती से कुलसारी। -ख्भ् को कुलसारी से चेपड़ों। -ख्म् को चेपड़ों से नंदकेसरी। -ख्7 को नंदकेसरी से फल्दियागांव। -ख्8 को फल्दियागांव से मुंदोली। -ख्9 को मुंदोली से वाण। -फ्0 को वाण से गैरोलीपातल। -फ्क् को गैरोलीपातल से वेदनी। -क् सितंबर को वेदनी से पातर नचौण्यां। -ख् को पातर नचौण्यां से शिलासमुद्र। -फ् को शिला समुद्र से हेमकुंड-चंदनियाघट। -ब् को चंदनियाघट से सुतोल। -भ् को सुतोल से घाट। -म् सितंबर को घाट से नंदप्रयाग-कर्णप्रयाग नौटी।