आगरा. वक्त का फेर देखिए. जो दिन रात आसाराम का गुणगान करते थकते नहीं थे. जिस गुरु के बचाव के लिए सिटी का एमजी रोड तक जाम किया था. प्रदर्शन किए थे वो साधक अब दुराचार के आरोपी साधु और उसके परिवार का साथ देने में घबरा रहे हैं. पुलिस कहीं उनको भी न पकड़ इसलिए आसाराम की मदद करना तो दूर उनके नाम से किनारा तक कर रहे हैं. नारायण साईं के मददगार ने छोड़ा शहरआसाराम के बेटे नारायण साईं को पनाह देने वाला एक साधक संडे मॉर्निंग फैमली के साथ शहर छोड़ गया. एक चैनल को दिए इंटरव्यू में आसाराम के भक्त ने स्वीकार किया कि नारायण साईं ने भेष बदल लिया है. यह आसाराम का इतना बड़ा भक्त है कि घर के थर्ड फ्लोर पर उनका आलीशान मंदिर बनवाया है. विदेश छोड़कर आगरा आ गया और अपने गुरु के आश्रमों के फाइनेंस संबंधी कामकाज देखने लगा. सूरत क्राइम ब्रांच के छापे से पहले नारायण साईं ने एक रात इसी भक्त के यहां गुजारी थी.


सूरत में हुआ मुकदमा दर्जगुजरात के सूरत जिले के थाना जहांगीरपुरा में दो सगी बहनों ने आसाराम और उनके बेटे नारायण साईं पर बलात्कार का आरोप लगाया है। आरोप है कि छोटी बहन के साथ नारायण साईं ने चार साल बलात्कार किया। नारायण साईं पर आईपीसी की धारा 376, 377, 342, 346 जी, 12 बीआईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। ।दो बार रुका भक्त घरजिस दिन नारायण साईं पर मुकदमा दर्ज हुआ उसके दूसरे दिन ही नारायण साईं आगरा के शाहगंज में आलोक नगर 20ए निवासी लक्ष्मणदास सेवनानी के घर अपनी फॉर्चूनर गाड़ी से आया था। उसके साथ ड्राईवर रमेश और एक सेवादार था। मॉर्निंग में ही चला गया था। 17 अक्टूबर की रात को भी नारायण साईं लेट नाइट  सेवनानी के घर पहुंचा।भेष बदल लिया है नारायण ने
सेवनानी ने मीडिया को बाइट दी है कि नारायण साईं ने दाढ़ी-मूंछ और सिर के बाल मुड़वा लिए हैं। क्रीम कलर के कपड़े पहने है। पुलिस से बचने के लिए पूरी तरह से भेष बदल लिया है। थर्सडे रात को पंजाब के नंबर वाली ओडी से आया था.तीनों ने रात को उसके खाना भी खाया। कुछ घंटे आराम भी किया। नया मांगा था सिम


नारायण ने अपने ड्राइवर रमेश के द्वारा नया सिम दिलाने को कहा था। सेवनानी ने नारायण साईं के हाथ जोड़े कि आप मेरे गुरुके बेटे हैं। लेकिन मैं भी परिवार वाला हूं। मुझे माफ कर दो। फ्राइडे अर्ली मॉर्निंग सेवनानी के घर से नारायण साईं चला गया। साधक ने खुलासा किया कि नारायण साईं हर दूसरे दिन नई सिम बदल लेता है। उसके ड्राइवर और सेवादार पर कोई मोबाइल नहीं हैं। सूरत पुलिस ने सैटरडे नाइट मुज्जफर नगर में भी दबिश डाली है। नेपाल बॉडर पर भी सख्ती कर दी गई है।गलत घर में डाली थी दबिशफ्राइडे रात को सूरत पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सीओ लोहामंडी को साथ लेकर शाहगंज के आलोक नगर में 20ए में नारायण साईं को तलाशने के लिए दबिश डाली। दो मंजिला बने घर में दर्जनों की तादाद में पुलिसकर्मी थे। परिवार के लोग भारी फोर्स देखकर घबरा गए थे। घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में पुलिस की सारी हरकतें कै द हो गई हैं। अर्जनदास जसवानी ने यह तक बताया कि उसने तो आसाराम को टीवी पर ही देखा है।माफी मांगकर चली गई पुलिस

पुलिस को लगा कि गलत घर में दबिश दे दी है। तो पीडि़त परिवार कोर्ट या मानवाधिकार में न चला जाए। इससे बचने के लिए पुलिस ने अर्जनदास जसवानी से लिखवाकर लिया कि तलाशी के दौरान उनसे किसी भी तरह की बदतमीजी नहीं हुई है। उसके बाद फैमली से माफी मांगकर पुलिस वहां से नौ-दो ग्यारह हो गई। एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि सूरत पुलिस को सूचना मिली थी। हेल्प के लिए एएसपी को लगाया था।कौन है साधक सेवनानीशाहगंज के आलोक नगर निवासी लक्ष्मणदास सेवनानी दस साल पहले स्पेन में रहता था। वहां पर आसाराम से प्रभावित होकर भक्त बन गया। तब से ही आसाराम के कई आश्रमों के फाइनेंस का काम देख रहा है। दो बेटे हैं, बड़ा बेटा गुजरात में तीन लोगों की पार्टनरशिप में पेपर मिल चला रहा है। शक है कि उसमें आसाराम भी शामिल है। छोटा बेटा हींग की मंडी में ट्रेडिंग कंपनी चला रहा है। आरोप यह भी है कि आसाराम की ब्लैक मनी को ब्याज में उठाता है। घर के अंदर आसाराम का शानदार मंदिर बनवाया है। जिसे देखने से ही लगता है कि लक्ष्मणदास और आसाराम का क्या रिश्ता है।साधक की बढ़ सकती है मुसीबत
देश में चर्चित रेप केस के आरोपी साईं नारायण को घर में पनाह देना सेवनानी की खबर बढ़ सकती है। सीनियर एडवोकेट रवि अरोरा ने बताया कि क्रिमिनल को पनाह देने वाला भी कानून का अपराधी है। सबसे पहले उसे पुलिस को सूचना देनी चाहिए। चूंकि उसे पता था कि वह सूरत पुलिस का वांछित अपराधी है। साधक पर धारा 212  के तहत मुकदमा बनता है। शलभ माथुर-एसएसपी आगरा.सूरत पुलिस नारायण साईं की तलाश में आई थी। जिस घर में सूरत पुलिस को जानकारी थी वहां नारायण साईं नहीं मिला है। सूरत पुलिस वापस चली गई है।नारायण साईं ने बदले हुए भेष में शहर में नया सिम लेने की जुगाड़ लगाई है। लेकिन नारायण साईं को नया सिम लेने में सफलता हासिल नहीं हुई। थक हारकर नारायण साईं ने थाना हरीपर्वत के सामने से ड्राइवर रमेश के द्वारा पंछी पेठा से पांच किलो पेठा खरीदकर ले गया है.

Posted By: Inextlive