नासा हर साल अपने तमाम एस्ट्रोनॉट्स को स्पेस या फिर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर भेजता है। ऐसे ही एक स्पेस मिशन पर काम के दौरान दो एस्ट्रोनॉट्स ने जीरो ग्रैविटी में कुछ ज्यादा ही लंबी स्पेसवॉक कर डाली है। जो बिल्‍कुल भी आसान नहीं है।

जीरो ग्रैविटी में काम करते हुए बिताए 6 घंटे से ज्यादा का समय

कानपुर। अंतरिक्ष में धरती के ऑर्बिट में परिक्रमा कर रहे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर मौजूद नासा के दो एस्ट्रोनॉट्स ने इस साल की अपनी पांचवी स्पेसवॉक पूरी कर ली है। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने बताया है कि स्पेस स्टेशन पर रिपेयरिंग और मेंटेनेंस के दौरान नासा के 2 वैज्ञानिको Drew Feustel और Ricky Arnold ने करीब 6:30 घंटे की अपनी स्पेसवॉक पूरी की है। स्पेस स्टेशन पर अपने 55 दिनों के मिशन के दौरान हाल ही में इन दोनों वैज्ञानिकों ने एक लीक पंप को ठीक किया है। बता दें कि यह Pump Flow Control Subassembly (PFCS) इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के आंतरिक कूलिंग सिस्टम के लिए बहुत जरूरी है और यह स्पेस स्टेशन में मौजूद अमोनिया को सही तरीके से स्टेशन के बाहर फ्लो करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

स्पेसवॉक की बात करें तो अब तक स्पेस स्टेशन पर गए तमाम एस्ट्रोनॉट्स ने कुल मिलाकर 54 दिन 16 घंटे और 40 मिनट का समय स्टेशन के बाहर स्पेसवॉक में बिताया है। बता दें कि इस दौरान यह वैज्ञानिक स्पेस में घूम नहीं रहे थे बल्कि धरती की परिक्रमा कर रही इस विशालकाय स्पेस लेबोरेटरी की मेंटेनेंस में जुटे थे।

 

18 साल पहले बना था सबसे लंबी स्पेसवॉक का रिकॉर्ड

बता दें कि अंतरिक्ष में स्पेस वॉक करने के मामले में कई एस्ट्रोनॉट्स इन से भी ज्यादा धाकड़ रहे हैं। स्पेस डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक अब तक अंतरिक्ष में किया गया सबसे लंबा स्पेसवॉक 8 घंटे 56 मिनट का रहा था, जो 11 मार्च साल 2001 को नासा के दो एस्ट्रोनॉट्स Jim Voss और Susan Helms द्वारा किया गया था। 18 साल पहले बनाए गए इस रिकॉर्ड को अभी तक कोई भी एस्ट्रोनॉट तोड़ नहीं सका है। हालांकि ऐसा करने की कोशिश तो बहुत सारे लोगों ने की है, जिनमें रूस के दो एस्ट्रोनॉट्स दूसरे नंबर पर हैं। इन्होंने रूस के लिए स्पेसवॉक का एक नया रिकॉर्ड बनाया था। 16 अगस्त साल 2013 को रूस के इन दोनों एस्ट्रोनॉट Fyodor Yurchikhin और फ्लाइट इंजीनियर Alexander Misurkin ने 7 घंटे 29 मिनट स्पेस वॉक करके एक बड़ा रिकॉर्ड कायम किया था। बता दें स्पेस वॉक के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों को अपने शरीर पर पर भारी भरकम स्पेस सूट और हेलमेट पहनने होते हैं और जीरो ग्रैविटी में लटके रहना पड़ता है।

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Posted By: Chandramohan Mishra