अमेरिकन स्पेस एजेंसी नासा ने केपलर स्पेस टेलिस्कोप की हेल्प से अपने सोलर सिस्टम से बाहर कई ऐसे प्लैनेट खोजने का दावा किया है जो अर्थ से काफी मिलते जुलते हैं.


काफी अर्से से ये तलाश जारी थी कि स्पेस में ऐसे और प्लैनेट्स खोजे जाएं जो हमारी धरती के इन्वायरमेंट से मिलते हुए हों. अब अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के केपलर स्पेस टेलेस्कोप ने एक इंर्पोटेंट सर्च के बाद क्लेम किया है कि उसने पृथ्वी से मिलते-जुलते साइज वाले तीन और प्लैनेट्स की खोज कर ली है. ये प्लैनेट स्पेस में सन जैसे दूसरे स्टार्स के पास गोल्डीलॉक्स जोन या लाइफ के फेवरेबल एरियाज में पाए गए हैं. इन तीन में से दो तो अर्थ की ही तरह चट्टानों से बने हैं.नासा ने एक स्टेटमेंट में कहा है कि केपलर के फाइंड किए 1000 से ज्यादा प्लैनेट्स में से आठ अर्थ से साइज में छोटे और कोल्ड हैं और हमारे सूरज से भी साइज में छोटे हैं. केपलर 438बी और केपलर 442बी नाम के दो प्लैनेट अर्थ के डायमीटर से डेढ़ गुणा तक छोटे हैं.


वॉशिंगटन डीसी के नासा हेडऑफिस में साइंस मिशन डाइरेक्टरेट के अस्सिटेंट एडमिनिस्ट्रेटर जॉन ग्रन्सफेल्ड ने बताया कि डिस्कवरी में पाए गए नए प्लैनेटस में से तीन अपने सूरज की लाइफ से फेवरेबल डिस्टेंस पर पाए गए हैं, जहां प्लैनेट्स की सर्फेस पर लीक्वड वाटर कंडीशन में प्रेजेंट होने के चांसेज है.

केपलर-438बी अपने स्टार से 475 लाइट ईयर दूर है और अपने ऑरबिट में लगभग 35 दिनों में एक राउंड पूरा करता है, जबकि केपलर-442 की दूरी 1,100 लाइट ईयर है और यह 112 दिनों में स्टार का एक चक्कर पूरा करता है. ये दोनों ही प्लेनेट हमारे सन के कंपेरिजन में ठंडे हैं और अपने स्टार्स के पास इनका एटमॉस्फियर लाइफ के लिए परफेक्टप है.कैलिफोर्निया के मोफेट फील्ड में बेस्ड नासा के एमीज रिसर्च सेंटर में एसईटीआई इंस्टीट्यूट केपलर के सांइटिस्ट डौग काल्डवेल ने कहा कि ऐसी पॉसिबिलटी हैं कि रॉक्स् मेड इस स्मॉल वर्ल्ड के बारे में हर नई डिस्कवरी के साथ हमारे इस बिलीव को और भी स्ट्रेंथ मिलेगी कि स्पे्स में और भी अर्थ लाइक प्लैनेट मौजूद हैं.

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Posted By: Molly Seth