एक पैराशूट फेल होने पर भी मंगल की सतह पर उतर सकेगा ओरियन कैप्सूल
अगर पैराशूट फेल होगा तो क्या होगा
वैज्ञानिकों ने एरिजोना डेजर्ट के यूमा क्षेत्र में बने यूएस आर्मी यूमा प्रोविंग ग्राउंड में आरियन कैप्सूल को पैराशूट की मदद से लैंड कराया और ये जानने की कोशिश की कि अगर एक पैराशूट फेल हो जाए तो क्या नतीजा निकलेगा। ये देखा गया कि बावजूद इसके कि एक पैराशूट ने साथ नहीं दिया दो पैराशूट ने कैप्सूल की गति को नियंत्रित किया और वो आराम से पृथ्वी की सतह पर उतर गया। बेशक जमीन पर वो उल्टा उतरा लेकिन इससे किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ।
2020 तक मंगल पर जाने के लिए तैयार हो जाएगा कैप्सूल
वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि दो हजार बीस तक ओरियन कैप्सूल मानव को मंगल ग्रह पर ले जाने के लिए पूरी तरह तैयार हो जाएगा और 2030 में इसकी मदद से इंसान मंगल की सती पर उतरने में कामयाब हो जाएगा। इस तरह से कैप्सूल को उतारने की जांच करने के पीछे वैज्ञानिकों का तर्क है वे ये सुचिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं कि इतनी दूरी से कुछ भी गड़बड़ होने के बावजूद अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित पृथ्वी पर वापस लाया जा सके।