महंगे कॉल रेट और बजट के बाद स्मार्ट फोन की कीमतें बढ़ने की आशंका से परेशान मोबाइल सब्सिक्राइबर्स के चेहरे पर टेलीकॉम मिनिस्टर कपिल सिब्बाल का हालिया बयान मुस्कुाराहट ला सकता है.


सिब्ब्ल के मुताबिक टेलीकॉम रेग्युदलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने नेशनल फ्री रोमिंग के लिए प्री कंसलटेशन पेपर फ्लोट किया है. ट्राई की रिकमेंडेशन आते ही सरकार अक्टूयबर से पहले फ्री रोमिंग शुरू करने की कोशिश करेगी.यह बात टेलीकॉम मिनिस्टतर ने नेशनल इंटरनेट रजिस्ट्री की लांच के मौके पर कही. ट्राई ने सभी स्टेकहोल्डर्स से नेशनल रोमिंग सर्विसेज जैसे कि कॉल रेट की दरें, रोमिंग के दौरान वीडियो कॉल्सी और एसएमएस के लिए टैरिफ और रोमिंग कस्टमर्स के लिए स्पेशल टैरिफ वाउचर जैसी चीजें शामिल हैं. वर्तमान में टेलीकॉम ऑपरेटर्स को अपने कस्टमर की कॉल पूरी करने के लिए दूसरे नेटवर्क से जुड़ने पर टर्मिनेशन चार्ज, इंटरकनेक्ट चार्ज देना होता है जिसे वह बाद में उसी से वसूल करती हैं.


वहीं दूसरी ओर नेशनल इंटरनेट रजिस्ट्री  लांच होने से आईपी एड्रसेज की प्रॉसेसिंग कॉस्टै कम हो जाएगी. एनआईआर का काम नेशनल लेवल पर अन्य इंटरनेट रिसोर्स मैनेजमेंट फ्ंक्शंन के साथ आईपी एड्रेस अलोकेशन को कोआर्डिनेट करना होगा.      डिपार्टमेंट ऑफ इलेक्ट्रानिक्स एंड इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी ने एनआईआर के ऑपरेशन नेशनल इंटरनेट एक्सहचेंज ऑफ इंडिया के लिए एंड्रोर्स कर रखे थे.  जिसे पिछले साल मार्च में एशिया पैसिफिक नेटवर्क इंफार्मेशन सेंटर ने मान्यटता दी थी.

एनआईआर इंटरनेट नेम्स एंड नंबर्स की इंडियन रजिस्ट्री  के तौर पर काम करेगी. नेशनल इंटरनेट एक्स.चेंज ऑफ इंडिया के अधीन इंडियन रजिस्ट्री  फॉर इंटरनेट नेम्स एंड नंबर्स इंटरनेट प्रोटोकॉल एड्रेसेज के वितरण और रजिस्ट्रे शन से जुड़ी सर्विसेज देती है.

Posted By: Satyendra Kumar Singh