--झारखंड में पांच चरणों में होना है विधानसभा चुनाव, भारी तबाही मचा सकते हैं नक्सली

--पिछले दिनों पुलिस गिरफ्त में आए जोनल कमांडर मुखलाल के कंफेशन ने पुलिस की उड़ा दी है नींद

RANCHI (1 Nov): झारखंड पुलिस आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में नक्सली गतिविधियों की आशंका के मद्देनजर अभियान चलाने की तैयारी कर रही है। इस बाबत एक सप्ताह से स्पेशल ब्रांच, स्टेट के पुलिस अधिकारी और बॉर्डर इलाके के एसपी के साथ मीटिंग की जा रही है। मीटिंग में नक्सलियों के साथ चुनाव में निपटने की योजना समेत अन्य बिंदुओं पर चर्चा की गई। इस बात पर विशेष जोर दिया गया कि प्रथम चरण के चुनाव से लेकर पांचवें चरण के चुनाव संपन्न होने तक नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सली अभियान चलाया जाए। अभियान का नेतृत्व जिला स्तर पर एसपी ख्ाुद करें।

लोस चुनाव में मारे गए थे 8 पुलिसकर्मी

गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान नक्सलियों ने संताल परगना के दुमका जिले में बारूदी सुरंग विस्फोट किया था। बस पर चुनाव संपन्न करा कर लौट रही पेट्रोलिंग पार्टी पर हमला भी हुआ था। इस हमले में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो चुके थे और कई जख्मी हुए थे। इस बार पुलिस ने हर वैसे संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथों की सूची बनाई है, जहां पर नक्सली अपने अंजाम को बखूबी दे सकते हैं। चुनाव के पूर्व पुलिस मुख्यालय ने सीआरपीएफ, कोबरा, झारखंड जगुआर और पुलिस के संयुक्त अभियान चलाने की बात कही जा रही है। इसके लिए लैंडमाइंस और बुलेट प्रूफ कार को उन इलाकों में भेजा जा रहा है, जहां से नक्सली अभियान की शुरुअात होगी।

मुखलाल के कंफेशन ने पुलिस को किया परेशान

गौरतलब है कि पिछले दिनों में पुलिस ने भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर मुखलाल महतो उर्फ मोछू भगत ने पुलिस को विधानसभा चुनाव के दौरान किए जानेवाले नक्सली हमले की बात को स्वीकर किया है। उसने यह भी बताया कि इस बार नक्सली बड़े पैमाने पर घटना को अंजाम देने के लिए रणनीति बना रहे हैं। मोछू भगत के इस कंफेशन से पुलिस मुख्यालय में बैठे अधिकारी पसोपेश में पड़ गए हैं। मोछू ने कहा था कि नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर हमले को लेकर बननेवाली योजनाओं की जानकारी दी है। मुखलाल ने बताया है कि नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर हमले के लिए बुंडू, गिरिडीह, लातेहार, बोकारो आदि जिलों को अपना सेंटर बनाया है।

नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा: डीजीपी

राज्य के डीजीपी राजीव कुमार नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारी में जुटे हैं। डीजीपी के मुताबिक राज्य में चुनाव से पहले ही संवेदनशील इलाकों की सघन जांच की जा रही है। इस अभियान का मकसद विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराना है। डीजीपी ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में हुई कैजुअल्टीज से सबक मिली है। इस चुनाव में पुलिस पूर्व से ही तैयारी कर चुकी है। गोपनीयता के लिहाज से कांबिंग ऑपरेशन का खुलासा नहीं किया जा रहा है।

Posted By: Inextlive