RANCHI : ए फॉर 'एके-47Ó बी फॉर 'बॉम्बÓ. अगर पुलिस कंट्रोल नहीं कर पाई तो एक स्कूल में ग्रामीणों के बच्चे यही पढ़ेंगे. वे इस स्कूल में सीखेंगे कि कैसे वॉइलेंस के इस्तेमाल से सबपर डॉमिनेट किया जाता है कैसे पुलिस पर अटैक किया जाता है और कैसे लेवी वसूली जाती है. जी हां पुलिस सोर्सेज के मुताबिक रांची से सटे खूंटी डिस्ट्रिक्ट के तोरपा स्थित दातोली गांव में ऐसा ही एक स्कूल खोला जा रहा है. इस स्कूल का तो फाउंडेशन भी रखा जा चुका है. कंस्ट्रक्शन वर्क भी शुरू कर दिया गया है. हालांकि फिलहाल पुलिस ने 'इंटरफेयरÓ करते हुए इस कंस्ट्रक्शन वर्क पर ब्रेक लगा दिया है.


PLFI खोल रहा है school

तोरपा के दातोली में यह स्कूल उग्रवादी संगठन पीएलएफआई द्वारा खोला जा रहा है। पुलिस को डाउट है कि ग्रामीणों के बच्चों को नक्सलिज्म से रिलेटेड ट्रेनिंग देने के लिए  पीएलएफआई द्वारा यह स्कूल बनाया जा रहा है, ताकि फ्यूचर में वे अपनी ताकत बढ़ा सकें। उग्रवादियों ने इसके लिए पहला कदम उठा लिया है। जैसे ही पुलिस को पता चला कि गांव में नक्सलियों द्वारा स्कूल बनाया जा रहा है, पुलिस ने इंस्टेंट एक्शन लेते हुए स्कूल के कंस्ट्रक्शन वर्क पर रोक लगा दिया है। आशंका जताई जा रही है कि पीएलएफआई अब आम्र्स व गोला-बारूद के साथ-साथ कलम के सहारे पुलिस को मात देने में लगे हैं। पुलिस द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन की काट के लिए अब नक्सली रूरल एरियाज में इस तरह के स्कूल खोलने की फिराक में हैं। हालांकि, कुछ लोग इसे अच्छा मान रहे हैं। उनके मुताबिक, यह स्कूल बच्चों को उग्रवादी बनाने के लिए नहीं, बल्कि उन्हें पढ़ा-लिखाकर काबिल इंसान बनाने के लिए खोला जा रहा है।

ग्रामीण कर रहे हैं मदद
पीएलएफआई द्वारा स्कूल बनाए जाने की इनफॉर्मेशन पूरे गांव को है। वहां के ग्रामीण भी पीएलएफआई के इस 'एफर्टÓ की सराहना करते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गवर्नमेंट की ओर से इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। ऐसे में अगर उग्रवादी गांव में स्कूल बना भी रहे हैं, तो इसमें गलत क्या है? वहीं, इस मामले में एमएलए पॉलुस सुरीन ने भी अपना स्टेटमेंट दिया है। उनके मुताबिक, अगर उग्रवादी गांव में स्कूल खोल रहे हैं, तो इसमें बच्चों को अच्छी बातें ही पढ़ाई जाएंगी। ऐसे में यह पहल गलत नहीं है।

पांच करोड़ की लागत से बन रहा school
तोरपा का दातोली गांव जंगल के बीचोंबीच है। वहां पर पांच एकड़ जमीन को उग्रवादियों ने एक्वायर किया है। उनकी प्लान है कि उस जमीन पर लेवी के लगभग पांच करोड़ रुपए की लागत से स्कूल खोला जाएगा। फस्र्ट फेज में नक्सलियों ने इस स्कूल में बच्चों को 'पढ़ानेÓ का काम शुरू भी कर दिया है।

Posted By: Inextlive