-आई फॉलोअप

-जख्मी नक्सलियों को पकड़ने के लिए खूंटी के दुलमी समेत कई गांवों में चल रहा है ऑपरेशन

-डीआईजी अरुण कुमार सिंह कर रहे हैं नेतृत्व

-पुलिस को मुठभेड़ स्थल से मिला नक्सलियों का पर्चा

>RANCHI: दुलमी मुठभेड़ में मारा गया माओवादी अड़की का एरिया कमांडर चंदन मानकी उर्फ कालिका सिंह मुंडा पढ़ाई में कमजोर था, लेकिन एके-ब्7 चलाने में वह माहिर था। सिर्फ 7वीं तक पढ़ाई करनेवाला चंदन कुंदन पाहन की तरह ही नाम कमाना चाहता था। इसलिए वह एक दिन कुंदन के दस्ते में शामिल हो गया। उसे अपने अचूक निशाने और दस्ता के मेंबर्स के लगातार पुलिस गिरफ्त में आने का फायदा मिला।

साल भर कुंदन दस्ते से अलग रहा

बताया गया कि पढ़ाई के लिए चंदन के पिता अनंत सिंह मुंडा ने उसे बचपन में ही मामा के घर भेज दिया था। वह अपने मामा के पास जाकर पढ़ाई तो शुरू किया, लेकिन उसे पढ़ाई में मन नहीं लग रहा था। इसलिए वह वापस बाराहातू स्थित अपने गांव पहुंच गया। 7वीं तक पढ़ाई करनेवाला चंदन मानकी उर्फ कालिका सिंह भी कुंदन पाहन की तरह ही नाम कमाना चाहता था। इसलिए उसने एक दिन कुंदन पाहन के दस्ते को ज्वाइन कर लिया। इसके बाद उसने हथियारों चलाने की ट्रेनिंग ली। कुंदन पाहन के साथ चार-पांच मुठभेड़ में शामिल भी हुआ। उसके अचूक निशाने और दस्ता के मेंबर्स के लगातार पुलिस गिरफ्त में आने के बाद कुंदन पाहन ने उसे खूंटी जोन के अड़की का एरिया कमांडर बना दिया। एके-ब्7 उसका पसंदीदा हथियार था, जिसे वह हमेशा अपने साथ रखता था। एरिया कमांडर बनने के बाद वह खूंटी के व्यवसायियों आदि से लेवी वसूलने का काम करने लगा। बीच में वह लेवी के पैसे कुंदन पाहन को देने के बजाय अपने पास रखने लगा। कुंदन के कुछ लोगों को तोड़कर अपने दस्ते में शामिल भी कर लिया। लगभग एक साल तक वह कुंदन दस्ते से अलग रहकर काम किया। पर, एक दिन वह फिर कुंदन पाहन के दस्ते में शामिल हो गया और खूंटी इलाके में जाकर तैनात हो गया था।

गांवों-जंगलों में उतरी फोर्स

मुठभेड़ में जख्मी लखन, दीपक, अर्जुन व एरिया कमांडर कुंदन पाहन समेत अन्य माओवादियों की तलाश में डीआईजी अरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में अभियान चल रहा है। खूंटी एसपी अनीश गुप्ता, खूंटी एएसपी अभियान पीआर मिश्रा समेत कोबरा, जगुआर व सीआरपीएफ की टीम दुलमी समेत अन्य गांवों व जंगलों में टुकड़ी में बंट कर नक्सलियों की तलाश कर रही है।

पुलिस को मिले नक्सली पर्चे

पुलिस ने सर्च अभियान के दौरान दुलमी गांव और जंगल से कई नक्सली पर्चे को बरामद किया है। इसमें पुलिस दमन की नीति और नक्सलियों के मकसद के बारे में लिखा गया है। पुलिस ने पर्चे को जब्त कर लिया है।

रिम्स में रखा है चंदन का शव

जानकारी के मुताबिक, खूंटी सदर अस्पताल में माओवादी चंदन मानकी उर्फ कालिका सिंह मुंडा के शव का पोस्टमार्टम करा कर उसे रिम्स के शीतगृह में रखा गया है। बुंडू पुलिस के चौकीदार के मार्फत उसके बाराहातू गांव में संदेश पहुंचा दिया गया है, लेकिन अभी तक चंदन मानकी के शव को लेने उसके परिजन नहीं पहुंचे हैं।

बॉक्स

सीआरपीएफ डीजी मिले एसएसपी से

गुरुवार को सीआरपीएफ के डीजी दिल्ली से आकर एसएसपी प्रभात कुमार से मिले और उनकी बहादुरी की प्रशंसा की। सीआरपीएफ डीजी ने आश्वस्त किया है कि जल्द ही सारे नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा या उन्हें मुठभेड़ में मार गिराया जाएगा।

Posted By: Inextlive