RANCHI : तेनुघाट थर्मल पावर प्लांट (टीटीपीएस) की 'दगाबाजी' फिर शुरु हो गई है। दो यूनिट वाले इस प्लांट की एक यूनिट से पावर प्रोडक्शन पिछले चार दिनों से ठप है। इसकी वजह कोयले की कमी है। सीसीएल ने कोयले की आपूर्ति में काफी कटौती कर दी है, जिसका सीधा असर पावर प्रोडक्शन पर पड़ रहा है। फिलहाल एक यूनिट से मात्र 180 यूनिट बिजली मिल रही है। अगर ऐसे ही हालात रहें तो एक बार फिर बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है।

नहीं है कोल स्टॉक

टीवीएनएल के अधिकारियों का कहना है कि सीसीएल ने कोयले के कोटे में भारी कमी कर दी है। नियमित रूप से कोयले की आपूर्ति भी नहीं की जा रही है। टीवीएनएल के पास कोयला का स्टॉक खत्म हो चुका है। सीसीएल द्वारा की जा रही आपूर्ति से किसी तरह एक यूनिट से उत्पादन किया जा रहा है। कोयले की आपूर्ति बंद होने की स्थिति में उत्पादन पूरी तरह से ठप हो जाएगा।

बाजार से बिजली खरीदने को हैं मजबूर

कोयला आपूर्ति करने में सीसीएल मनमानी कर रहा है। बकाया होने की बात कह कर कोयले की आपूर्ति कम कर दी गयी है। इधर, झारखंड बिजली वितरण निगम बिजली खरीद कर आपूर्ति कर रहा है। राज्य में जरूरत के मुताबिक बिजली का उत्पादन नहीं होने की वजह से निगम बाजार से बिजली खरीद रहा है।

जरूरत के हिसाब से बिजली नहीं

एनटीपीसी के साथ ज्वाइंट वेंचर में प्रस्तावित पतरातू विद्युत उत्पादन निगम से बिजली का उत्पादन पूरी तरह बंद है। वहीं, सिकिदरी हाइडल पॉवर प्लांट से केवल बरसात में ही बिजली का उत्पादन होता है। अब टीवीएनएल भी क्षमता के अनुरूप उत्पादन करने में अक्षम हो गया है। ऐसे में झारखंड को जरूरत के हिसाब से बिजली नहीं मिल रही है।

Posted By: Inextlive