लेटकर मोबाइल पर वीडियो और चैटिंग करने वालों में बढ़ रही गर्दन की बीमारी

 

PATNA : रागिनी हाउस वाइफ हैं, उनकी टेंशन टेढ़ी गर्दन है। जीवन में सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन मोबाइल ने उन्हें रोगी बना दिया। आज हालत यह है कि कब कंधा जाम हो जाए और गर्दन अकड़ जाए कोई ठिकाना नहीं होता। काफी दिनों से दवाएं चल रही हैं लेकिन राहत नहीं के बराबर है। वह अकेली महिला नहीं जिन्हें मोबाइल ने टेंशन दी है, हर दूसरे घर में ऐसी महिला और पुरुष मिल जाएंगे जिनकी गर्दन टेढ़ी हो गई है।

ऐसे आंकड़ा आया सामने

दो तीन केस सामने आने के बाद दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने जब पटना के ऑर्थो फिजीशियन, न्यूरो फिजीशियन के साथ फीजियोथेरेपी एक्सपर्ट से डेटा जुटाया तो चौंकाने वाला सच सामने आया। पटना में गर्दन टेढ़ी होने की समस्या तेजी से सामने आ रही है। हैरान करने वाली बात तो यह है कि इसमें सबसे अधिक महिलाएं हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो 25 से 35 साल के लोगों में यह बीमारी अधिक देखने को मिल रही है। पटना के प्रमुख आर्थो सर्जन निशीकांत कुमार, न्यूरो फिजीशियन डॉ अखिलेश सिंह, फिजियोथेरेपिस्ट डॉ राजीव कुमार सिंह के साथ कई सीनियर जनरल फिजीशियन से मिले आंकड़े चौंकाने वाले हैं जो आपके सामने हैं।

आदत बदलने की जरूरत

डॉक्टरों का कहना है कि पटनाइट्स को लाइफ स्टाइल में बदलाव की जरूरत है। डॉक्टरों का कहना है कि यह ऐसी बीमारी है जो अधिक समय तक झुककर मोबाइल देखने, लेटकर मोबाइल का अधिक देर तक इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।


मोबाइल के साथ यह भी हो सकता है कारण

डॉक्टरों का कहना है कि लाइफ स्टाइल से परेशानी बढ़ रही है। मरीजों की इस समस्या का अध्ययन करने वाले डॉक्टरों ने बताया कि यह परेशानी सिर्फ मोबाइल से ही नहीं है। बिना फिजिकल एक्टिविटी किए लंबे समय तक गर्दन झुकाकर काम करने या पढ़ाई या फिर आफिस में काम करने पर गर्दन टेढ़ी होने का बड़ा कारण हो सकता है।

Posted By: Inextlive