682 अंकों के साथ ऑल इंडिया में 74 रैंक हासिल कर वैभव गर्ग बने स्टेट टॉपर

नीट में उत्तराखंड का ओवरऑल रिजल्ट 60.67, टॉप-50 की सूची में उत्तराखंड का कोई स्टूडेंट्स नहीं बना पाया जगह

देहरादून,

राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा नीट में दून के वैभव गर्ग स्टेट टॉपर रहे. वैभव ने 682 अंकों के साथ ऑल इंडिया 74 रैंक हासिल की है. नीट का परिणाम वेडनसडे को जारी किया गया. उत्तराखंड का ओवरऑल रिजल्ट बीते साल की तुलना में बेहतर रहा है. बीते साल जहां 58.55 प्रतिशत कैंडिंडेट एग्जाम में सफल हुए थे, इस साल यह आंकड़ा 60.67 रहा है. हालांकि टॉप-50 की सूची में उत्तराखंड का कोई स्टूडेंट्स जगह नहीं बना पाया है.

सोशल मीडिया से रखी दूरी

स्टेट टॉपर वैभव ने 2017 में सेंट जोजेफ्स एकेडमी से 97.8 प्रतिशत अंकों के साथ दसवीं और 2019 में 92.75 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं पास किया है. वैभव ने बताया कि पिछले एक साल से वह लगातार आठ से दस घंटे रोजाना पढ़ाई कर रहे हैं, इस दौरान वे सोशल मीडिया से दूर रहे. वैभव के पिता शरद कुमार गर्ग की राजेंद्रनगर में स्टेशनरी और गिफ्ट आइटम्स की दुकान है. मां संगीता गर्ग गृहणी हैं.

बलूनी के 100 स्टूडेंट्स मेरिट में

बलूनी क्लासेस के होनहारों ने एक बार फिर नीट में अपनी बादशाहत कायम की है. स्टेट की मेरिट में संस्थान के 100 से अधिक स्टूडेंट्स जगह बनाने में कामयाब रहे. स्टूडेंट्स की इस उपलब्धि पर बलूनी ग्रुप ऑफ एजुकेशन के चेयरमैन डॉ नवीन बलूनी और संस्थान के निदेशक विपिन बलूनी ने खुशी जताई. बलूनी क्लासेस के आगरा शाखा से अनुराग गौतम ने 685 अंक और ऑल इंडिया में 39वीं रैंक हासिल की है. देहरादून शाखा से 675 अंकों के साथ अमन जुयाल ने शानदार प्रदर्शन किया है.

कायम रहा सुपर 50 का जलवा

बलूनी क्लासेस के सुपर 50 बैच का जलवा नीट में भी कायम रहा. सुपर 50 के सभी स्टूडेंट्स ने नीट की मेरिट लिस्ट में जगह बना कर सफलता की परंपरा को कायम रखा है. इसके अलावा अन्य सभी स्टूडेंट्स ने भी मेरिट लिस्ट में जगह बनाई. बलूनी क्लासेस हर साल सुपर-50 बैच का चयन करता है, जिसमें 50 स्टूडेंट्स को निशुल्क कोचिंग कराई जाती है. 2010 में अपनी स्थापना के बाद से सुपर-50 का हर वर्ष शत-प्रतिशत रिजल्ट रहा है.

आम परिवार के खास होनहार

अलफिशा, विकास सैनी और अब्दुल्ला असअद जैसे होनहारों ने साधारण परिवेश और सीमित संसाधनों के बावजूद डॉक्टर बनने का सपना पूरा कर लिया है. बलूनी क्लासेज के सुपर-50 के जरिये वह अपने सपनों को पूरा करने की ओर आगे बढ़ रहे हैं. पटेलनगर निवासी अलफिशा के पिता मोहम्मद आरिफ फर्नीचर का काम करते हैं. वह लोग चार भाई-बहन हैं. यह उनका तीसरा प्रयास था. इस बार 606 अंक हासिल कर वे सबके लिए मिसाल बन गई है. उन्होंने कहा कि इस बार उन्हें ईद पर बढि़या ईदी मिल गई. इंदर रोड स्थित संजय कॉलोनी के रहने वाले अब्दुल्ला असअद भी बेहद सामान्य परिवार से ताल्लुख रखते हैं. उनके पिता शेख जलील अहमद इलेक्ट्रिशियन हैं. 2015 से लगातार प्रयास कर रहे हैं इस बार 549 अंक हासिल किए हैं. इसी तरह खटीमा निवासी विकास कुमार सैनी के पिता रामबली सैनी एक प्राइवेट कंपनी में एकाउंटटेंट हैं. पिछली बार 477 अंक हासिल किये थे, और इस बार उन्हें 658 अंक हासिल हुए हैं. बलूनी क्लासेज के प्रबंध निदेशक विपिन बलूनी का कहना है कि यह सुखद अहसास है कि सुपर-50 के ये छात्र अपनी मंजिल की तरफ बढ़ रहे हैं.

Posted By: Ravi Pal