क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ:फिजिक्स के न्यूमेरिकल्स ने टेंशन बढ़ाई. क्वेश्चन सॉल्व करने में ज्यादा टाइम लग रहा था. हालांकि, बायोलॉजी के क्वेश्चन फटाफट सॉल्व हो गए. यह कहना है नीट की परीक्षा देकर सेंटर से बाहर निकल रहे कैंडिडेट्स का. रविवार को रांची के 15 सेंटरों पर सीबीएसई की नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट (नीट) हुआ. वहीं, सेंटर में एंट्री से पहले कड़ी चेकिंग से गुजरना पड़ा. ठीक 1.30 बजे सेंटर का गेट बंद हो गया. परीक्षा 2 से 5 बजे तक हुई. कुल 90 क्वेश्चंस बायोलॉजी, केमिस्ट्री व फिजिक्स से पूछे गए थे. गलत जवाब के लिए माइनस मार्किंग हुई. रिजल्ट पांच जून को जारी होगा.

न्यूमेरिकल्स में ज्यादा समय

परीक्षार्थियों के अनुसार बीते वर्ष की तुलना में प्रश्न आसान थे. लेकिन तीनों पत्र में फिजिक्स सबसे टफ था. प्रश्न उलझाने वाला था. न्यूमेरिकल्स की संख्या अधिक थी. प्रश्न कैलकुलेशन बेस्ड थे. इस कारण हल करने में अधिक समय लग रहे थे. सबसे अधिक प्रश्न मेकेनिक्स और ऑप्टिक्स से पूछे गए थे.

एनसीइआरटी से थे क्वेश्चंस

केमिस्ट्री और बायोलॉजी के सभी प्रश्न एनसीईआरटी से थे. केमिस्ट्री के अधिकांश प्रश्न कंसेप्ट व अप्लीकेशन बेस्ड थे. तीनों पत्रों में बायोलॉजी के प्रश्न ही सबसे आसान थे. अधिकांश प्रश्न कांसेप्ट पर आधारित थे. मजबूत कांसेप्ट वाले छात्रों को समस्या नहीं हुई होगी.

मेटल डिटेक्टसर से हुई चेकिंग

परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों की कड़ाई से जांच हो रही थी. छात्राओं के कान, नाक, हाथ गले में पहने सभी जेवरात हटाना पड़ा. इसी तरह छात्रों के पर्स, बेल्ट, अंगूठी, हाथ में पहना कड़ा और यहां तक कि धागा भी कैंची से काटकर हटाया गया. मेटल डिटेक्टर से जांच हो रही थी. परीक्षार्थियों को केवल प्रवेशपत्र, एक फोटो व कोई एक पहचानपत्र ले जाने की अनुमति दी गई.

Posted By: Prabhat Gopal Jha