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KANPUR : बच्चों को स्कूलों में दिए जाने वाला मिड डे मील महज खानापूर्ति बनकर रह गया है। थर्सडे को डीएम ने गौरी लक्खा गांव स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। मौके पर प्रिंसिपल और बीआरसी मंजू अवस्थी अब्सेंट मिलीं। डीएम ने बीएसए को स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने मिड डे मील योजना के तहत बनी सब्जी में नमक और मिर्च ज्यादा मिली। गोभी की मात्रा भी कम मिली। सब्जी चखने के बाद उन्होंने टीचर को फटकार लगाई। टीचर से उन्होंने बच्चों की उपस्थिति के बारे में पूछा तो पता चला कि 63 बच्चे रजिस्टर्ड हैं लेकिन 30 प्रेजेंट मिले। इस पर डीएम ने नाराजगी जताई। डीएम ने आलू, गोभी एवं टमाटर की सब्जी भी चखा। सब्जी में गोभी मात्रा कम मिली। मसालों की कमी थी। मानक से ज्यादा नमक और मिर्च पड़ा हुआ था। मसाले तथा तेल की गुणवत्ता की जांच कराने के लिए कहा। धान खरीद केंद्रों पर धान खरीद नहीं हो रही है। ऐसी शिकायतें मिलने के बाद गुरुवार को डीएम ने चौबेपुर के पीसीएफ केंद्र और गौरी लक्खा गांव के केंद्र का निरीक्षण किया। केंद्र किसी धन मिल से संबंद्ध न मिलने पर डीएम ने डिप्टी आरएमओ से जवाब तलब किया। इसके बाद गांव में ही स्थित केंद्र का ताला बंद मिलने पर डीएम का पारा चढ़ गया और संबंधित अधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा है।

Posted By: Inextlive