आगरा। शहर की एक प्रमुख ब्लड बैंक की बड़ी लापरवाही सामने आई है। एक ही डोनर को दो ब्लड ग्रुप के सर्टिफिकेट थमा दिए गए हैं। इससे जहां डोनर से खिलवाड़ किया गया, वहीं जरूरतमंद को ब्लड देकर उसकी जान खतरे में डालने से भी इनकार नहीं किया जा सकता।

चार साल से कर रहे ब्लड डोनेट

सरस्वती नगर, गढ़ी भदौरिया निवासी तरुन कुमार सिंह (38) ने बताया कि वह चार साल से अधिक समय से दिल्ली गेट स्थित समर्पण ब्लड बैंक में ब्लड डोनेट कर रहे हैं। वर्ष में एक बार ब्लड डोनेट करने के लिए ब्लड बैंक द्वारा सर्टिफिकेट भी मुहैया कराया जाता है। वर्ष 2015 व 2016 में जहां सर्टिफिकेट में ब्लड ग्रुप ए पॉजीटिव दर्शाया गया है, वहीं वर्ष 2017 व 2018 के सर्टिफिकेट में इस बी पॉजिटिव बताया गया है।

सर्टिफिकेट में ये है दर्ज

समर्पण ब्लड बैंक द्वारा मुहैया कराए गए एप्रिएशन सर्टिफिकेट में डोनर का नेम, फादर नेम, एड्रेस, संस्था का नाम, ब्लड ग्रुप, डेट आदि।

इन सवालों के कौन देगा जवाब

ब्लड ग्रुप कैसे बदल गया?

ब्लड पैकेट पर भी गलत गु्रप लिखा गया?

बिना ब्लड टेस्टिंग के ही दिए जाते हैं सर्टिफिकेट?

इंसान की जान से खिलवाड़ करने के लिए कौन जिम्मेदार?

सरकारी विभाग आखिर क्यों नहीं करता नियमित जांच?

Posted By: Inextlive