- 17 जोड़ी पैसेंजर्स भी ट्रैक पर उतरीं, डेमू की भी मिली सौगात

- गोरखपुर से ही दौड़ी देश की पहली हमसफर

GORAKHPUR: नए साल में रेलवे गोरखपुराइट्स पर सौगातों की बरसात करने जा रहा है। लेकिन बीते साल में केंद्र सरकार के टेन्योर के दौरान रेलवे ने पैसेंजर्स के लिए काफी कुछ किया है। जहां बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर में काफी बदलाव हुए हैं, तो वहीं गाडि़यों की तादाद बढ़ने से पैसेंजर्स को काफी राहत भी मिली है। मीटर गेज लाइंस को ब्रॉड गेज में कनवर्ट किया गया है, वहीं आए दिन हादसों की वजह बन रही अनमैंड लेवल क्रॉसिंग को भी बंद करा दिया गया है। वहीं पैसेंजर्स एमिनिटीज के लिए काफी कुछ किया गया है।

यह हुए हैं काम

- सभी मीटर गेज रेल खंड को या तो आमान परिवर्तित किया जा चुका है या इस दिशा में काम हो रहा है।

- 2-3 साल में एनई रेनवे पूरी तरह से बड़ी लाइनयुक्त हो जाएगा।

- दोहरीकरण, नई रेल लाइन और इलेक्ट्रिफिकेशन काफी तेजी से किए जा रहे हैं।

- एनई रेलवे गोरखपुर या इस रेलवे के विभिन्न स्टेशनों के लिए 51 जोड़ी मेल/एक्सप्रेस गाडि़यां चलाई गई। इसी प्रकार से 17 जोड़ी पैसेंजर ट्रेन भी चलाई गई।

- पहली हमसफर गाड़ी गोरखपुर-आनंदविहार टर्मिनस के बीच चलाई गई, जो शुरू में ट्राई वीकली थी, अब डेली कर दी गई है।

- एनई रेलवे के स्टेशनों से अमृतसर, पुणे, अहमदाबाद, जबलपुर, मुंबई, ग्वालियर, चंडीगढ़, आगरा कैंट, दिल्ली, कोलकाता, इलाहाबाद, गुवाहाटी, कटिहार, देहरादून स्टेशन के लिए मेल/एक्सप्रेस गाडि़यां चलाई गई।

- गाजीपुर से वैष्णो देवी कटरा स्टेशन के लिए भी गाड़ी शुरू की गई।

- नाहरलागुन से नई दिल्ली से चलने वाली एसी सुपरफास्ट गाड़ी प्रारम्भ की गई, जिससे अरुणाचल प्रदेश के लिए इस रेलवे का सीधा संपर्क हो गया।

- महराजगंज-मसरख नई रेल लाइन के शुभारंभ के बाद इस रूट पर भी पैसेंजर गाडि़यों का संचलन शुरू किया गया।

- रिसर्च बेसिस पर इस रेलवे के 102 स्टेशनों पर कई मेल/एक्सप्रेस गाडि़यों को ठहराव दिया गया।

Posted By: Inextlive