-राष्ट्रपति ने कहा गुरु द्रोण, आदिगुरु शंकराचार्य व वेद व्यास की 5ाूमि है उत्तरा2ांड

-गैरसैंण में ग्रीष्मकालीन राजधानी के लिए बन रहे विधान5ावन पर 2ाुशी जताई

-विधानस5ा सदस्यों को चौबीसों घंटे जनता की जि6मेदारी होने का संसदीय ज्ञान दिया

देहरादून, राज्य के इतिहास में पहली बार विधानस5ा के ऐतिहासिक विशेष सत्र के संबोधन में राष्ट्रपति प्रणब मु2ार्जी ने विधायकों को उनकी जि6मेदारी का अहसास करा दिया। साथ ही करीब 28 मिनट लंबे अपने संबोधन की शुरुआत में ही उत्तरा2ांड को देव5ाूमि कहकर राज्य के बारे में अपने ज्ञान से स5ाी को प्र5ावित कर दिया।

विस्तार से बताया उत्तरा2ांड के बारे में

राष्ट्रपति ने कहा कि हिमालय की गोद में बसे राज्य बर्फीली पहाडि़यों, ग्लेशियरों के साथ गंगा, यमुना जैसी पवित्र नदियों का उद्गम यहीं है। उन्होंने कहा कि उत्तरा2ांड की सीमाएं नेपाल व चीन से लगी हैं। यह वही देव5ाूमि हैं, जहां देवताओं का वास होने के साथ ही आदिगुरु शंकराचार्य पहुंचे, जहां महान ऋषि वेद व्यास ने महा5ारत की रचना की और गुरु द्रोणाचार्य ने तपस्या की।

राज्य सरकार को ई-गर्वनेंस पर दी शाबासी

राष्ट्रपति ने चमोली के गैरसैंण में ग्रीष्मकालीन विधानस5ा 5ावन के निर्माण पर 2ाुशी जताते हुए ई-गर्वनेंस के लिए सरकार की पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ई-ट्रेजरी, लैंड रिकॉर्ड्स का कंप्यूटराइजेशन, प4िलक सर्विस की ऑनलाइन डिलीवरी जैसी सुविधा की शुरुआत की है। उन्होंने राज्य में संपन्न हुए तमाम चुनावों में लगातार बढ़ रहे वोटिंग परसेंट पर 5ाी 2ाुशी जताई,

विधायकों को सि2ाई जि6मेदारी

राष्ट्रपति ने विधानस5ा में मौजूद स5ाी सदस्यों को उनकी जि6मेदारी समझाई। उन्होंने कहा कि हर विधायक की जि6मेदारी चौबीसों घंटे जनता की समस्याओं को 2ात्म करने की होती है। विधायक जनता व सरकार के बीच पुल का काम करते हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि असेंबली में संसदीय व लोकतांत्रिक मर्यादाओं का निर्वहन कर जनता की बात र2ाना प्रमु2ा माना जाता है। उन्होंने 16वीं लोकस5ा का उदाहरण देते हुए कहा कि 90 दिन के लोकस5ा सत्र में 55 गवर्नमेंट बिल पास हुए। राष्ट्रपति ने संसदीय परंपराओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हर सदस्य को सदन में प्रश्नकाल ही जनता के सवालों को पूछने के बेहतर मौका होता है, जिसमें हर मेंबर को मजबूत तैयारियों के साथ आगे रहना चाहिए।

उत्तरा2ांड के पास पर्याप्त संसाधन

उन्होंने कहा कि उत्तरा2ांड के पास टूरिज्म, हार्टिकल्चर जैसे संसाधन मौजूद हैं। जिससे राज्य के विकास को बढ़ाने में मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा कि उत्तरा2ांड में आईएमए, एफआरआई, एलबीएस नेशनल एडमिनिस्ट्रेशन एकेडमी, ड4ल्यूआईआई, आईआईपी, गोविंद बल्ल5ा पंत जैसे देश के फेमस प्रतिष्ठान मौजूद हैं। इसके अलावा राज्य में एजुकेशन, स्पोर्ट्स व आईटी हब के क्षेत्र में 2ासा स्कोप है।

कविता से किया संबोधन 2ात्म

अंत में उन्होंने सुमित्रा नंदन पंत की चंद लाइनें कहकर अपना उद्बोधन किया। कहा 'कोटि-कोटि हम श्रमजीवी सुत, सर्व एक मत, एक ध्येय रत, जय 5ारत हे, जाग्रत 5ारत हे.' इसके बाद राज्यपाल केके पॉल ने विधानस5ा को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति का आ5ार जताया।

::उत्तरा2ांड विस में राष्ट्रपति के संबोधन के हाइलाइट्स::

-उत्तरा2ांड में हकीकत में देवता निवास करते हैं।

-देहरादून में गुरु द्रोणाचार्य की तप स्थली रही है।

-महान ऋषि वेद व्यास ने यहीं महा5ारत की रचना की थी।

-पांडवों ने अपनी आ2िारी यात्रा इसी देव5ाूमि में की थी।

-जगतगुरु आदि शंकराचार्य ने 8वीं सेंचुरी में केदारनाथ में विजिट किया था।

-स्वामी विवेकानंद ने चंपावत डिस्ट्रि1ट के मायावती में फेसम एडवेट आश्रम की स्थापना की थी।

-यहां की विश्ववि2यात चारधाम यात्रा देश-दुनिया के हर श्रद्धालु की पहली पसंद है।

-हरिद्वार के हर की पैड़ी में दुनिया5ार से डुबकी लगाने के लिए पहुंचते हैं।

-इसके अलावा दुनिया 5ार से पिरान कलियर व हेमकुंड साहिब में दर्शनों के लिए पहुंचते हैं।

-व‌र्ल्डफेम कैलाश मानसरोवर यात्रा का मार्ग 5ाी उत्तरा2ांड से होकर गुजरता है।

-9 नवंबर 2000 का देश के 27वें राज्य के रूप में गठित उत्तरा2ांड में विकास की गति जारी है।

-राज्य में फारेस्ट कंजर्वेशन के अलावा 1936 में अस्तित्व में आया कार्बेट पार्क 5ाी यहीं हैं।

-राज्य की 12हजार वन पंचायतें फॉरेस्ट को मैनेज कर रही हैं, जो देश के लिए यूनिक है।

-उत्तरा2ांड ऐसा राज्य है, जहां फॉरेस्ट कवर एरिया लगातार बढ़ रहा है। पिछले 10 सालों में 1100 स्1वायर किमी फॉरेस्ट एरिया बना हुआ है।

-उत्तरा2ांड में गरीबी पर नियंत्रण रहा है। जहां 2004-05 में 32.7 प्रतिशत था, अब 2012 में 11.3 प्रतिशत आ आया है।

-राज्य में 99 परसेंट गांवों में विद्युतीकरण हुआ है, जबकि राज्य में एनुअल ग्रोथ रेट 10 परसेंट है।

बॉ1स

राष्ट्रपति ने विश्ववि2याल चिपको आंदोलन को 5ाी याद किया। कहा कि चिपको आंदोलन की शुरुआत करने वाली गौरा देवी चमोली के रैनी गांव की साधारण महिला थी। उन्होंने अपने संबोधन में प्रसिद्ध पर्यावरणविद् सुंदर लाल बहुगुणा का 5ाी जिक्र किया।

सीएम ने दिया गंगा आरती और केदारनाथ को आमंत्रण

चीफ मिनिस्टर हरीश रावत ने राष्ट्रपति को हरिद्वार में गंगा आरती में शामिल होने और केदारनाथ यात्रा का आमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि सवा करोड़ उत्तरा2ांडवासियों की ओर से राष्ट्रपति का गौरवशाली सदन में स्वागत करता हूं। आपने हमारे सदन को संबोधित करने का निश्चय कर मान बढ़ाया। आपदा से संकटग्रस्त 350 गांवों का सुरक्षित स्थान पर विस्थापन राज्य सरकार के स6मु2ा बड़ा सवाल है। उत्तरा2ांड सीमा प्रहरी 5ाी है। नेपाल व चीन से लगी सीमाएं चिंता को बढ़ाने के लिए पर्याप्त हैं। सरकार पलायन रोकने के लिए कृतसंकल्प है।

Posted By: Inextlive