अमेरिका-ईरान परमाणु समझौता कार्यक्रम पर बयान देते हुए इजरायली पीएम नेतन्याहू ने कहा कि इस समझौते से इजरायल के अस्तित्‍व को खतरा हो सकता है. इसके जवाब में ओबामा ने कहा कि यह समझौता इस समस्‍या का सबसे बढ़‍िया समाधान है.


ईरान परमाणु कार्यक्रम पर ओबामा-नेतन्याहू में विवादअमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा एवं इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच ईरान-अमेरिका परमाणु समझौता कार्यक्रम को लेकर विवाद पैदा हो गया है. अमेरिकी कांग्रेस में ऐतिहासिक संबोधन की पूर्व संध्या पर नेतन्याहू ने कहा कि ईरान की परमाणु महत्वाकांक्षाओं को कम करने के लिए किए जा रहे 'परमाणु समझौता कार्यक्रम' से इजरायल के अस्तित्व को खतरा हो सकता है. यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी अपने ईरानी समकक्ष मोहम्मद जावद जरीफ के साथ स्विटजरलैंड में मीटिंग कर रहे हैं. ओबामा ने दिया करारा जवाब
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इजरायली पीएम के बयान का करारा जवाब दिया. उन्होंने कहा कि ईरान के कथित खतरे को रोकने के लिए परमाणु समझौता किया जाना सबसे अच्छा तरीका है. उन्होंने कहा कि इस मामले में नेतन्याहू के पुरानी सोच ठीक नहीं थी. लेकिन दोनों नेताओं ने अमेरिका-इजरायल गठबंधन के मजबूत बने रहने की बात कही. वहीं यूएन में यूएस एंबेसडर सामांथा पावर ने नेतन्याहू के विरोध का जवाब देते हुए कहा, 'अमेरिका ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने की इजाजत नहीं देगा.'नेतन्याहू ने कहा 'करता हुं ओबामा की इज्जत'


इजरायली पीएम ने प्रो-इजरायल लॉबी एआईपीएसी के एनुअल फंक्शन में कहा, मेरा भाषण राष्ट्रपति ओबामा या उनके पद को किसी प्रकार की ठेस पहुंचाने के लिए नहीं है. मैं दोनों की बहुत इज्जत करता हूं. इस्राइल और अमेरिका ने सहमति जताई है कि ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं होने चाहिए लेकिन उसे इन हथियारों को विकसित करने से रोकने के सर्वश्रेष्ठ तरीके पर हम असहमत हैं.’’

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Posted By: Prabha Punj Mishra