- सीएम अखिलेश यादव के मेडिकल कॉलेज में प्रस्तावित दौरे की तैयारियों में जुटे अधिकारी

-पुरानी योजनाओं के प्रस्ताव ही दिए जाएंगे सीएम को

-सीएम से कराया जा सकता है न्यूरोसाइंस भवन का लोकार्पण

-नई सौगातों की नहीं पुरानी जरूरतों को ही पूरा करने की आवश्यकता

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KANPUR: सीएम अखिलेश यादव के मेडिकल कॉलेज में प्रस्तावित दौरे से पहले अधिकारी अपनी तैयारियां पूरी करने में जुट गए हैं। लेकिन इस दौरे में सीएम को जो प्रस्ताव दिए जा रहे हैं वह तो पुराने हैं ही इसके अलावा सीएम नई सौगात न देकर सिर्फ मौजूदा जरूरतों को ही पूरा कर दे तो पेशेंट्स के लिए काफी राहत हो जाएगी। स्टॉफ की कमी से लेकर भ्म् बेड के आईसीयू में वेंटीलेटर की कमी या फिर खराब ड्रेनेज सिस्टम हो या कम बजट काफी समय से चली आ रही इन मांगों को ही पूरा करने के लिए सीएम कोई घोषणा कर दें पेशेंट्स के लिए सहूलियतें काफी बढ़ जाएगी।

मेडिकल कॉलेज के लिए क्या अच्छा कर सकते हैं सीएम

- पीएमएसएसवाई योजना के तहत मेडिकल कॉलेज को मिलने वाले क्भ्0 करोड़ रुपए में राज्य सरकार को भी फ्0 फीसदी हिस्सा देना है। सीएम इसकी घोषणा कर सकते हैं।

- नए मल्टी स्टोरी पार्किंग ब्लॉक व सबवे के लिए धन स्वीकृति

- जेके कैंसर में नए टर्सरी सेंटर के निर्माण में केंद्र सरकार की सहायता राशि के साथ राज्य सरकार की ओर से फंड रीलीज करना

- कार्डियोलॉजी में म्0 बेड के नए ब्लॉक के निर्माण की घोषणा

- मेडिकल कॉलेज में नई जांच लैबों की घोषणा

- असाध्य रोगों के इलाज के लिए ज्यादा धनराशि की स्वीकृति

- नए मेटरनिटी ब्लॉक की घ्ाोषणा

नाम बदल कर लोकार्पण

सीएम के मेडिकल कॉलेज आगमन में वह कैप्टन लक्ष्मी सहगल के नाम से नए एनाटॉमी भवन का लोकार्पण तो करेंगे ही। इसके साथ हैलट में बने नए न्यूरो साइंस भवन का बतौर पीजी इंस्टीटयूट ऑफ न्यूरोसाइंसेस नाम से फिर से लोकार्पण कर सकते हैं। वैसे इस भवन का पहले भी दो बार लोकार्पण हो चुका है लेकिन आजतक उसमें ओपीडी सेवाएं भी नहीं शुरु हाे सकी।

मेडिकल कॉलेज बवाल की भी चर्चा

सीएम के मेडिकल कॉलेज दौरे में फरवरी में हुए मेडिकल कॉलेज बवाल का मसला भी उठ सकता है। इस मामले में कोर्ट आर्डर के बाद भी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने और पीडि़त स्टूडेंट को अब तक कोई मुआवजा नहीं मिलने की बात सीएम के सामने स्टूडेंट्स उठा सकते हैं। इस बारे में बात करने पर एक प्रोफेसर बताते हैं कि इस बवाल की वजह से स्टूडेंट्स का काफी नुकसान हुआ था। ऐसे में कोर्ट आर्डर के बाद भी कार्रवाई नहीं करने से स्टूडेंट्स में गलत संदेश जाएगा। हम कोशिश करेंगे कि सीएम इस बात का संज्ञान लें।

Posted By: Inextlive