- संजय नगर स्थित मिशनरी स्कूल पर अभिभावक संघ ने लगाया आरोप

बरेली : शुल्क विधेयक के बाद भी निजी स्कूलों की मनमानी सामने आ रही है. स्कूल नए प्रवेश पर विलंब शुल्क वसूल रहे हैं. संजय नगर स्थित एक मिशनरी स्कूल पर अभिभावक संघ ने कुछ ऐसा ही आरोप लगाया है. कहा है, विलंब शुल्क के नाम पर पांच हजार रुपये वसूली कर अभिभावकों की जेब ढीली कर रहे हैं. हालांकि स्कूल के प्रधानाचार्य ने इससे इनकार किया है. अभिभावकों से रसीद दिखाने की बात कही है.

शुल्क विधयेक के अनुसार सभी निजी स्कूल प्रवेश, पंजीकरण व परीक्षा शुल्क के अलावा कंपोजिट फीस में सभी मदों को शामिल करेंगे. जबकि संजय नगर स्थित मिशनरी के स्कूल ने शुल्क लेने के बाद दी जानी वाली रसीद में अंतिम कॉलम विलंब शुल्क का भी दिया है. जिसमें पांच हजार रुपये विलंब शुल्क के नाम पर लिए गए हैं. अभिभावक संघ के प्रदेश अध्यक्ष व जिला शुल्क कमेटी सदस्य अंकुर सक्सेना ने कहा कि अधिकांश स्कूल इसी तरह से अभिभावकों को चूना लगा रहे हैं. जब जिला शुल्क कमेटी स्कूलों से रिकॉर्ड मांगेगी तो सिर्फ निर्धारित फीस का ही ब्यौरा दिया जाएगा. स्कूलों की इस मनमानी की शिकायत शासन प्रशासन से की जाएगी. वहीं, स्कूल की प्रधानाचार्य ने कहा कि स्कूल में नए प्रवेश पर विलंब शुल्क नहीं लिया जाता. अगर किसी अभिभावक को कोई शिकायत है तो वह आकर मुझे रसीद दिखा सकता है. जिसका संज्ञान लिया जाएगा.

किताब नहीं बदलने का आरोप

पुस्तक विक्रेता भी अभिभावकों की जेब खूब तराश रहे हैं. पूरा कोर्स खरीदने के बाद एक किताब वापस करने पहुंचे अभिभावकों को लिखित मना करने से नहीं चूक रहे हैं. जिस पर अभिभावक मुखर हो गए हैं. बानखाना निवासी आलोक अग्रवाल ने बताया, आठवीं की किताब खरीदने के लिए निजी स्कूल की ओर से निर्धारित पुस्तक विक्रेता के यहां पहुंचे. पूरा कोर्स खरीदा. ब्रेन जिम विषय की किताब की आवश्यकता नहीं होने पर लौटाने गए तो दुकानदार ने लिखित में मना कर दिया. हालांकि जब पुस्तक विक्रेता से बात की गई तो उन्होंने कहा, ग्राहकों की भीड़ दुकान पर लगी थी. अभिभावकों उसी समय वापसी का दवाब बना रहे थे जबकि बाद में आने की बात कही थी. जिस पर वह नाराज हो गए.

Posted By: Radhika Lala