-बिहार राज्य खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड ने तैयार किया डिजाइन

PATNA: कपड़ों की डिजाइन में चल रही प्रतिस्पर्धा में अब खादी की भी रंग बदलने वाली है। कम्पटीशन में बने रहने को लेकर बदलाव की तैयारी है। बिहार सरकार के उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह की उपस्थिति में गुरुवार को खादी के अधिकारियों ने कंपनी के साथ समझौता किया है। उद्योग मंत्री ने कहा कि जीवंत रंग और डिजाइन युवा पीढ़ी का पसंदीदा बनता जा रहा है। प्रतिस्पर्धा में मजबूती से बाजार में अपनी पहचान बनाए रखने को लेकर ऐसा किया जा रहा है।

खादी के उत्पादन में वृद्धि पर जोर

उद्योग मंत्री ने कहा बिहार के खादी क्षेत्र, बिहार का इस समझौते के तहत, रेमंड के गुणवत्ता और डिजाइन आवश्यकताओं के अनुसार कपड़े के उत्पादन में खादी संस्थानों की सुविधा प्रदान करेगा। यह कंपनी द्वारा सीधे खादी कपड़ों की खरीद में सुविधा प्रदान करेगा जो बदले में खादी संस्थानों के उत्पादन में वृद्धि और स्पिनरों/बुनकरों को बढ़ी हुई मजदूरी में मदद करेगा। उन्होने कहा कि देश में खादी उत्पादों के अग्रणी निर्माता, 80 से अधिक पंजीकृत खादी संस्थान हैं जो विनिर्माण में हैं। खादी कपड़ा अब फैशन उद्योग में कल्पनाशील रचनाओं के लिए एक कैनवास बन गया है जो अब समय के साथ विकसित हुआ है। मंत्री ने कहा कि खादी क्षेत्र समाज के हाशिए वाले वगरें और उनकी स्थायी आजीविका के लिए रोजगार उत्पादन का संभावित स्त्रोत हो सकता है। साथ ही खादी के प्रति युवाओं में रुचि बढ़ेगी।

खादी को लेकर है बड़ा सरकारी प्लान

इस अवसर पर उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में ऐसी सभी पहल प्रगति पर हैं, जहां खादी संस्थानों को अब प्रबंधन सूचना प्रणाली, एमआईएस फ्रंट, ऑन मार्केटिंग फ्रंट इत्यादि पर भी अपग्रेड किया जा रहा है। बिहार सरकार खादी संस्थानों के माध्यम से खादी उत्पादों जैसे तस्कर सिल्क, फाइन कपास इत्यादि के लिए सीधा संबंधों की सुविधा के लिए कानून के तहत सभी आवश्यक सहायता का विस्तार करेगी। इस दौरान बिहार राज्य खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड केवीआईबी ने उद्योग मंत्री की उपस्थिति में देश के बिहार एम्पोरियम, कोच्चि और लुधियाना में पायलट में बिहार एम्पोरियम खोलने के लिए निजी भागीदारों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। मौके पर सरकार और कंपनी के कई अधिकारी समेत अन्य लोग मौजूद थे।

Posted By: Inextlive