>RANCHI झारखंड के मुख्यमंत्री बनने जा रहे रघुवर दास का कैबिनेट कैसा होगा, इसमें किन चेहरों को जगह मिलेगी और किन समीकरणों के आधार पर मंत्रियों का चुनाव होगा, इसको लेकर बीजेपी के अंदरखाने माथापच्ची शुरू हो गई है। कुछ हद तक तस्वीरें साफ भी हो गई हैं। ऐसे में किस विधायक को कौन सा मंत्री पद मिलने जा रहा है और क्यों। जानने के लिए पढ़ें आई नेक्स्ट की रिपोर्ट।

संताल से अनंत और लुईस दावेदार

बीजेपी को इस बार संताल परगना से अच्छी सफलता मिली है। इसलिए राजमहल से पहली बार विधायक चुने गए अनंत ओझा और दुमका से विधायक लुईस मरांडी को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। क्षेत्रीय और सामाजिक समीकरणों के लिहाज से भी ये नाम सटीक हैं, क्योंकि अनंत ओझा जहां ब्राह्मण समुदाय से आते हैं, वहीं लुईस मरांडी संताल की आदिवासी चेहरा हैं और दुमका जैसी हाई प्रोफाइल सीट पर इन्होंने सीएम हेमंत सोरेन को हराया है।

कोल्हान से मेनका बन सकती हैं मंत्री

कोल्हान से इस बार झारखंड मंत्रिमंडल में केवल एक ही चेहरे को जगह मिलने की संभावना है। वह पोटका से दोबारा विधायक चुनी गई मेनका सरदार हो सकती हैं। क्योंकि मुख्यमंत्री रघुवर दास खुद कोल्हान से आते हैं, इसलिए इस क्षेत्र से अधिक मंत्री नहीं बनाए जा सकते हैं।

उत्तरी छोटानागपुर से निर्भय या विरंची तय

उत्तरी छोटानागपुर के लिए गिरीडीह से दोबारा विधायक चुने गए निर्भय शाहाबादी या बोकारो से पहली बार विधायक बने विरंची नारायण दास मंत्री बन सकते हैं। दोनों वैश्य समुदाय से आते हैं। निर्भय शाहाबादी ने जहां बाबूलाल मरांडी को हराया है, वहीं विरंची नारायण दास ने सबसे ज्यादा वोट से समरेश सिंह को हराया है।

दक्षिणी छोटानागपुर से सीपी व नीलकंठ की उम्मीद

रांची के पांचवीं बार विधायक बने और झारखंड विधानसभा के स्पीकर रहे सीपी सिंह और खूंटी से विधायक नीलकंठ सिंह मुण्डा मंत्री बन सकते हैं। सीपी सिंह जहां सीएम की रेस में थे, वहीं नीलकंठ सिंह मुण्डा के साथ मजबूत सामाजिक आधार है।

पलामू से राधाकृष्ण या रामचंद्र को मिल सकता है मौका

पलामू के छतरपुर से विधायक चुने गए राधाकृष्ण किशोर या विश्रामपुर से विधायक बने रामचंद्र चंद्रवंशी को मंत्रीमंडल में जगह मिल सकती है। राधाकृष्ण किशोर के पक्ष में बीजेपी का दलित चेहरा है, वहीं रामचंद्र च्रंद्रवंशी पिछड़े समाज से ताल्लुक रखते हैं। लेकिन इन दोनों में से किसी एक को ही मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी।

पिछड़ों के नाम पर नीरा यादव प्रबल दावेदार

कोडरमा से राजद की बड़ी नेता और झारखंड सरकार में मंत्री रही अन्नपूर्णा देवी को हराने वाली नीरा यादव को भी झारखंड मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। जातीय समीकरण उनके पक्ष में हैं, क्योंकि मजबूत यादव समुदाय से वह अाती हैं।

आजसू के कमलकिशोर और चंद्रप्रकाश तय

बीजेपी गठबंधन की सहयोगी आजसू को मंत्रिमंडल में दो सीटें मिलनी लगभग तय है। आजसू की तरफ से लोहरदगा से विधायक कमल किशोर भगत और रामगढ़ से विधायक चंद्रप्रकाश चौधरी मंत्री बन सकते हैं। कमल किशोर भगत जहां आदिवासी हैं, वहीं चंद्रप्रकाश चौधरी कुड़मी-महतो समुदाय से आते हैं।

Posted By: Inextlive