RANCHI : रिम्स में अब दिल के मरीजों को इलाज की खातिर लंबा इंतजार नहीं करना होगा। मरीजों की भीड़ को देखते हुए ही कार्डियोलॉजी ब्लॉक में करोड़ों रुपए की लागत से अत्याधुनिक न्यू कैथ लैब लगाया जा रहा है। इसके अलावा कैथ लैब की पुरानी हो चुकी मशीन को भी अपग्रेड किया जा रहा है। इसके लिए कोटेशन मांगे जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। फिर, टेंडर के जरिए मशीन की खरीदारी व कैथ लैब बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि कैथ लैब में मरीजों की एंजियाग्राफी, एंजियोप्लास्टी के अलावा दिल के मरीजों का इलाज किया जाता है।

ट्रीटमेंट नहीं होगा प्रभावित

हॉस्पिटल में पहले से ही कैथलैब है। इसका मेंटेनेंस पीरियड 30 नवंबर को खत्म हो रहा है। यह देखते हुए रिम्स प्रबंधन ने मशीन लगान वाली कंपनी को मशीन का अपग्रेडेशन करने को कहा है। ऐसे में सबसे पहले नई मशीन इंस्टाल की जाएगी। इसके बाद पुरानी मशीन को अपग्रेड करने का काम चलेगा। जिससे कि मरीजों का इलाज प्रभावित किए बिना ही हाईटेक मशीन लगाई जाएगी।

एक मशीन और मरीज सैकड़ों

कार्डियोलॉजी में एक कैथ लैब के भरोसे सैकड़ों मरीजों का इलाज चल रहा है। ऐसे में नई कैथलैब बन जाने से मरीजों के इलाज में सहूलियत होगी। वहीं दो मशीन होने से मरीजों को आपरेशन के लिए ज्यादा दिनों तक हॉस्पिटल में इंतजार नहीं करना होगा। इतना ही नहीं हाईटेक मशीन लगाए जाने से मरीजों का और भी बेहतर ढंग से इलाज किया जा सकेगा।

वर्जन

कैथलैब बनाने के लिए कंपनी से संपर्क किया गया है। जल्द ही नया कैथलैब बनाने के लिए टेंडर किया जाएगा। इसके बाद पुरानी मशीन अपग्रेड होगी। दो मशीन होने से मरीजों का जल्दी और बेहतर इलाज होगा।

डॉ आरके श्रीवास्तव

डायरेक्टर, रिम्स

Posted By: Inextlive