-सिटी में पॉपुलेशन के तेजी से बढ़ते दवाब को रोकने के लिए केडीए बोर्ड ने की तैयारी

-जमीन चिन्हित करने के लिए कानपुर नगर व देहात के डीएम और केडीए ऑफिसर्स को जिम्मेदारी

-टाउनशिप के लिए प्राइवेट जमीन का भी इस्तेमाल, जमीन खरीदने के केडीए बोर्ड ने रखे 100 करोड़ रुपए

KANPUR@Inext.co.in

KANPUR: आसपास के डिस्ट्रिक्ट से सिटी में हो रहे पलायन को रोकने के लिए केडीए ने तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए पहले चरण में केडीए अकबरपुर व माती के बीच एक नई टाउनशिप बसाने की तैयारी कर रहा है। जिसका नाम कानपुर हाईट हो सकता है। इसके लिए केडीए जरूरत पड़ने पर जमीन भी ख्ररीदेगा। मंगलवार को हुई केडीए बोर्ड की मीटिंग में जमीन के लिए 100 करोड़ का बजट भी पास कर दिया गया है। जमीन तलाशने की जिम्मेदारी कमिश्नर ने केडीए के साथ कानपुर देहात के डीएम को साैंपी है।

कानपुर देहात तक केडीए

मंगलवार को कमिश्नर सुभाष चन्द्र शर्मा की अध्यक्षता में हुई केडीए बोर्ड की मीटिंग में आसपास के जिलों से लोगों के पलायन कर सिटी में बसने का मामला गूंजा। मीटिंग में डिसीजन हुआ कि सिटी में आबादी के बढ़ते दवाब को रोकने के आसपास के जिलों और शहर सीमा पर टाउनशिप बसाई जाए। जिसकी कनेक्टिविटी हाइवे से भी अच्छी हो। इसके लिए सर्वे करने का डिसीजन लिया गया। इस मीटिंग में कानपुर देहात के डीएम भी मौजूद थे। कानपुर विकास प्राधिकरण का एरिया कानपुर देहात तक फैला हुआ है। केडीए का टोटल भूमि बैंक लगभग 3000 एकड़ है। केडीए पहले से ही माती मुख्यालय में डेवलपमेंट व‌र्क्स करा रहा है। शायद इन्हीं वजहों से टाउनशिप के माती व अकबरपुर के बीच के एरिया को चुना गया।

25 परसेंट धनराशि में फ्लैट की रजिस्ट्री

केडीए के एलॉटीज के लिए अच्छी खबर है। अब 25 परसेंट धनराशि जमा कर वह ईडब्ल्यूएस फ्लैट की रजिस्ट्री करा सकेंगे। इसी तरह एलआईजी व एमआईजी फ्लैट की 50 परसेंट धनराशि जमा कर एलॉटी रजिस्ट्री व कब्जा ले सकेंगे। केडीए ऑफिसर्स के मुताबिक केडीए बोर्ड के इस फैसले से फ्लैट बिकने में आसानी रहेंगी। साथ ही नई योजनाएं जल्दी आबाद होंगी। कमिश्नर सुभाष चन्द्र शर्मा ने बताया कि रजिस्ट्री के बाद एलॉटी को नियमानुसार किश्तें देनी होंगी। अगर लगातार वह तीन किश्तें नहीं देता है तो एलॉटमेंट कैंसल और फिर बेदखली की जाएगी।

सिटी में बढ़ रही आबादी के कारण समस्याओं में भी इजाफा होता है। इसलिए आसपास डिस्ट्रिक्ट में टाउनशिप बसाना जरूरी है। इसके लिए फिलहाल माती व अकबरपुर के बीच एरिया चिन्हित करने की जिम्मेदारी डीएम कानपुर देहात व केडीए को दी गई है।

- सुभाष चन्द्र शर्मा, कमिश्नर

Posted By: Inextlive