Kanpur: बोर्ड ऑफ स्टडी के बाद एकेडमिक काउंसिल ने भी दिया ग्रीन सिग्नल. इस तरह के कोर्स शुरू करने वाली स्टेट की पहली यूनीवर्सिटी होगी


यूनीवर्सिटी के इंस्टीट्यूट ऑफ पैरमेडिकल साइंसेस में नए सेशन से चार नए पीजी कोर्स शुरू करने की कवायद चल रही है। एकेडमिक काउंसिल की मीटिंग में इसे ग्र्रीन सिग्नल भी मिल चुका है। ये कोर्स होंगे एमएससी इन मेडिकल माइक्रो बायोलॉजी, एमएससी इन मेडिकल बायोकेमेस्ट्री, मास्टर ऑफ फिजियोथेरैपी(एमपीटी),मास्टर आफ साइंस इन मेडिकल लैबोरेट्री टेक्नोलॉजी। खास बात ये है कि सीएसजेएमयू ये पीजी कोर्सेस शुरू करने वाली स्टेट की पहली यूनीवर्सिटी बन जाएगी। इंस्टीट्यूट का नाम बदलेगा


इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंसेस की बोर्ड ऑफ स्टडी की मीटिंग 21 अगस्त को कॉल की गई थी। जिसमें चार नए पीजी कोर्स शुरू करने पर सहमति बनी थी। इसके बाद 22 अगस्त को हुई एकेडमिक काउंसिल की मीटिंग में भी प्रपोजल को को पास कर दिया गया। अब प्रपोजल को एग्जीक्यूटिव कमेटी के पास भेजा गया है। उम्मीद है कि प्रपोजल को जल्द ही अप्रूवल मिल जाएगा। नए कोर्स शुरू होने के साथ ही संस्थान नए नाम इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंसेस से जाना जाएगा। मिनी हॉस्पिटल बना इंस्टीट्यूट

इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंसेस यूनीवर्सिटी का एक मिनी हॉस्पिटल बन गया है। यहां पर डेली पेशेंट्स का चेकअप किया जाता है। इंस्टीट्यूट के कोऑर्डिनेटर डॉ। प्रवीन कटियार ने बताया कि लास्ट मंथ में डेंगू व मेलेरिया के करीब 60 पेशेंट्स की जांच इंस्टीट्यूट की लैब में की गयी। जांच में 50 परसेंट पेशेंट्स डेंगू पाजिटिव पाए गए। डिपार्टमेंट में मेडिकल कॉलेज के रिटायर्ड प्रोफेसर व रीडर स्टूडेंट्स की क्लास ले रहे हैैं।"यूपी में ये कोर्स पहली बार किसी भी यूनीवर्सिटी में शुरू किए जा रहे हैं। स्टूडेंट्स को बेहतर मौका मिलेगा। पूरी कोशिश होगी की न्यू सेशन में इन कोर्स की क्लासेस हेल्थ साइंस में स्टार्ट कर दी जाएं."       सैय्यद वकार हुसैन, रजिस्ट्रार सीएसजएमयू

Posted By: Inextlive