गन्ने की नई किस्म से मिलेगी चीनी ज्यादा
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KANPUR: शुगर केन की न्यू वैरायटी में करीब .5 परसेंट शुगर ज्यादा मिलेगी. हालांकि अभी दो साल तक न्यू शुगर केन का सीड फार्मर को नहीं मिलेगा. आईसीएआर के शुगरकेन ब्रीडिंग सेंटर करनाल हरियाणा में न्यू वैरायटी का ट््रायल बीते एक साल से चल रहा है. सेंटर में दो साल तक और ट्रायल चलेगा. अभी शुगर केन में 11.5 परसेंट शुगर की रिकवरी हो रही है. इस न्यू वैरायटी के बाद रिकवरी करीब 12 परसेंट हो जाएगी.
2022 तक 10 परसेंट एथेनाल पेट्रोल में..
यह जानकारी एनएसआई की एडवाईजरी कमेटी की मीटिंग में शिरकत करने शहर आए करनाल हरियाणा के शुगरकेन ब्रीडिंग सेंटर डायरेक्टर डॉ. बख्शी राम ने दी. उन्होंने बताया कि यूपी में बीते दो साल से शुगरकेन की सीओटू 0238 वैरायटी का प्रोडक्शन किया जा रहा है जिसमें कि 11.5 परसेंट शुगर रिकवरी मिली रही है. यूपी के 69 परसेंट गन्ने की खेती में 0328 का प्रोडक्शन किया जा रहा है. इस वैरायटी को डॉ. बख्शी राम व उनकी टीम ने डेवलप किया है. आल इंडिया डिस्टलरीज एसोसिएशन के डीजी वीएन रैना ने बताया कि अभी करीब 6 परसेंट पेट्रोलियम प्रोडक्ट में एथेनाल की मिक्सिंग की जा रही है. इस साल के लास्ट तक करीब 7.2 परसेंट एथेनाल का प्रोडक्शन होगा. तीन साल बाद 2022 में 10 परसेंट एथेनाल का प्रोडक्शन देश में होने लगेगा.
एनएसआई की एडवाईजरी बोर्ड की मीटिंग में सेंट्रल गवर्नमेंट के जे एस सुरेश वशिष्ठ ने कहा कि संस्थान को अब न्यू रिसर्च पर ओर ज्यादा फोकस करना होगा. संस्थान के रिक्त पदों पर शीघ्र ही रिक्रूटमेंट किया जाए. विदेशी संस्थानों से करार पर बोर्ड की मीटिंग में खुशी जाहिर की गई. इस अवसर पर न्यू पर्यावरण विज्ञान की लैब का इनॉग्रेशन भी किया. इस लैब में शुगर मिलों की कई टेस्टिंग की जा सकती हैं. संस्थान के निदेशक प्रो नरेन्द्र मोहन ने सभी गेस्ट का वेलकम कर आभार जताया. प्रोग्राम में सीएसएवीसी प्रो सुशील सोलोमन, जीके ठाकुर शेर सिंह, प्रो सीमा परोहा, डॉ. आशुतोष बाजपेई, एस के द्विवेदी मौजूद रहे.