-वोटर लिस्ट में नाम दर्ज कराने के लिए कम्प्यूटर से ज्यादा विभाग में है भीड़

-डिजिटल जमाने में भी लोग विभाग का लगा रहे चक्कर

डिजिटल इंडिया के दौर में हर हाथ में मोबाइल और हर घर तक इंटरनेट की पहुंच हो चुकी है, बावजूद इसके लोग अभी भी सरकारी काम काज के लिए ऑफलाइन मोड पर ही डटे हैं। यकीन न हो तो जिला निर्वाचन कार्यालय आकर देख लें। यहां 2019 लोकसभा चुनाव के लिए चल रहे विशेष मतदाता पुनरीक्षण अभियान के तहत मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाने के लिए ज्यादातर लोग विभाग और बीएलओ का चक्कर काट रहे हैं। जबकि निर्वाचन आयोग की ओर से ये सारी प्रक्रिया ऑनलाइन पोर्टल पर भी उपलब्ध है। फिर भी वोटर्स का विश्वास विभागीय प्रक्रिया में बना हुआ है।

सिर्फ 1820 ऑनलाइन आवेदन

जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से जारी आंकड़े के अनुसार बीते तीन महीने में जुड़े करीब 71 हजार नए वोटर्स में सिर्फ 1820 लोगों ने ही ऑनलाइन आवेदन किया है। इसमें कुछ ऐसे विधान सभा क्षेत्र भी हैं जहां 100 लोगों ने भी ऑनलाइन आवेदन नहीं किया। इससे भी चौंकाने वाली संख्या नाम काटवाने वालों की है। करीब 44 हजार काटे गए पुराने वोटर्स के नाम में महज 101 लोगों ने ही ऑनलाइन आवेदन किया है। यहां अजगरा विधानसभा क्षेत्र से एक भी आवेदन ऑनलाइन नहीं किया गया। वहीं वोटर लिस्ट में संशोधन प्रक्रिया में मात्र 919 लोगों ने पोर्टल पर आवेदन किया है।

कैंट विधानसभा में नए वोटर्स ज्यादा

नाम दर्ज करवाने के लिए सबसे अधिक अप्लीकेशन कैंट विधानसभा क्षेत्र से आए। यही नहीं नाम काटने के लिए भी बड़ी संख्या में आवेदन आए। रविवार को आयोजित विशेष अभियान में कुल 2907 आवेदन आए।

ये है आंकड़े

जुड़ने वाले नए वोटर्स

विधानसभा ऑनलाइन ऑफलाइन

पिंडरा 128 8298

अजगरा 66 9998

शिवपुर 178 7809

रोहनिया 237 6338

शहर उत्तरी 238 8477

शहर दक्षिणी 192 9522

शहर कैंट 689 11090

सेवापुरी 92 7479

कुल 1820 69011

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लिस्ट से कटने वाले वोटर्स

विधानसभा ऑनलाइन ऑफलाइन

पिंडरा 06 5486

अजगरा 00 3431

शिवपुर 09 3288

रोहनिया 08 4030

शहर उत्तरी 13 5565

शहर दक्षिणी 46 6497

शहर कैंट 16 11614

सेवापुरी 03 3715

कुल 101 43626

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43727

कुल संशोधित वोटर्स

919

ऑनलाइन आवेदन

43626

ऑफलाइन आवेदन

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1170

कुल स्थानांतरण वोटर्स

1122

ऑफलाइन आवेदन

48

ऑनलाइन आवेदन

नोट: सभी आंकड़े एक अक्टूबर से 26 नवंबर तक के हैं।

बहुत से ऐसे लोग भी है जो पोर्टल प्रक्रिया को समझ नहीं पा रहे। यही वजह है कि अभी भी लोग विभाग व बीएलओ के माध्यम से प्रक्रिया पूरी करा रहे हैं।

दयाशंकर उपाध्याय, जिला निर्वाचन कार्यालय अधिकारी

Posted By: Inextlive