आमतौर पर आपने किसी भी कोर्ट में हत्‍या लूट किडनैपिंग आदि आपराधिक मामले की सुनवाई सुनी होगी लेकिन क्‍या आपने कभी सोचा है कि समोसे की कीमत को तय करने के लिये कोर्ट को बीच में आना पड़े. जी हां इस तरह का मामला पाकिस्‍तान की सुप्रीम कोर्ट में हुआ है. इस मसले पर 2012 में आया कोर्ट का फैसला अचानक शनिवार को ट्विटर पर चर्चा का विषय बन गया.

पाक सुप्रीम कोर्ट का यह है आदेश
जुलाई 2012 में दिए अपने आदेश में पाक सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार के समोसे की कीमत तय करने वाले अध्यादेश को गलत ठहराया था. इसके पहले 2009 में पाकिस्तान के सूबे पंजाब की सरकार ने प्रति समोसा कीमत छह पाकिस्तानी रुपये तय की थी जिसके खिलाफ राज्य के बेकरी व मिठाईवालों ने कोर्ट की शरण ली थी. जब लाहौर हाईकोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया तब वह सुप्रीम कोर्ट चले गए. सुप्रीम कोर्ट ने उनके पक्ष में फैसला सुनाया.
ट्विटर पर उड़ा मजाक
जब पाकिस्तानी घटनाओं पर अपने विचार रखने वाले तारेक फतेह ने इस मामले को लेकर ट्वीट किया तो एक बार फिर इस पर बहस छिड़ गई.

Pakistan's Supreme Court delivers historic verdict. Samosas must be sold for Rs. 6/- each. Lahore stock market crash. pic.twitter.com/QKEoEUXi0T

— Tarek Fatah ਤਾਰਿਕ (@TarekFatah) October 10, 2014

मलाला युसूफजई को कैलाश सत्यार्थी के साथ नोबेल शांति पुरस्कार मिलने पर प्रतिक्रिया दे रहे लोग इस पुराने मामले पर भी अपना रिएक्शन देने से नहीं चूके. कुछ ने तो इस पूरे मामले पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या अब पाकिस्तान की कोर्ट में समोसे को लेकर केस लड़े जायेंगे. वहीं दूसरी ओर कुछ लोग कहते हैं कि लगता है पाकिस्तान में क्रिमिनल केसेज होना बंद हो गये हैं इसीलिये कोर्ट को समोसा और चटनी पर बहस करने की जरूरत पड़ रही है.

 

This is crazy http://t.co/ze7qF9UHm3 Pakistan supreme court had to fix samosa price .. kya din aa gaye pakistan ke

— desertfox (@desertfox61I) October 11, 2014
Hindi News
from World News Desk

 

 

 

 

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari