PATNA : पटना सहित बिहार की अन्य जेलों में निपाह वायरस का खतरा मंडरा रहा है। एक भी बंदी या कैदी इस वायरस की गिरफ्त में आया तो पूरी जेल में तबाही मच जाएगी। केरल से पूरे देश को दहशत में डाल रहा वायरस अब जेल में भी अपना खौफ दिखा रहा है। वायरस को लेकर जेल चिकित्सा निदेशक ने प्रदेश की सभी जेलों को अलर्ट किया है। आशंका है कि जेलों में निपाह पहुंचकर बड़ी तबाही मचा सकता है।

इसलिए है खतरा

जेल में अक्सर नए बंदी और कैदी आते हैं। इसमें पटना और आसपास के साथ गैर प्रांत के से भी गिरफ्तार किए गए होते हैं। ऐसे में कोई बंदी संक्रमित है इसका पता नहीं चल पाता है। इससे जेल में अचानक से संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है। जेल से जुड़े सूत्रों की मानें तो बाहर से आने वाले कैदियों को लेकर अक्सर प्रशासन दुविधा में रहता है। कई बार ऐसा देखा गया है कि बाहरी कैदी का संक्रमण जेल में आते ही फैल जाता है। इससे जेल प्रशासन को काफी परेशानी होती है। इस तरह की परेशानी से निपटने के लिए ही जेल प्रशासन देश में कोई संक्रमण फैलता है वह अलर्ट हो जाता है। निपाह को लेकर भी पूरे प्रदेश की कारागारों में अलर्ट है। बंदियों और कैदियों को लेकर सेहत पर विशेष नजर रखने को कहा गया है।

एडवाइजरी जारी कर अलर्ट

कारा चिकित्सा सेवा बिहार के निदेशक डॉ। परमेश्वर पांडेय ने 29 मई को जारी अलर्ट पत्र में प्रदेश के सभी केंद्रीय कारागार, मंडल कारागार, उपकारा, मुक्त कारागार के अधीक्षकों को कहा है कि निपाह वायरस से बचाव को लेकर एडवाइजरी भेजी जा रही है। इस आधार पर जेलों में सेहत को लेकर अलर्ट रहा जाए। पत्र में कहा गया है कि केरल में जानलेवा निपाह वायरस के प्रकोप को देाते हुए बिहार के कारा में संसीमित बंदियों को भी इससे सतर्क रहने की आवश्यकता है। इस संबंध में निपाह वायरस से बचाव के लिए निदेशक प्रमुख, रोग नियंत्रण स्वास्थ्य सेवाएं बिहार डॉ आर डी रंजन का एडवायजरी पत्र इस अलर्ट पत्र के साथ संलग्न है। निदेशक कारा चिकित्सा सेवा ने कहा है कि इस एडवायजरी से अपने एवं संबंधित कारा के चिकित्सा पदाधिकारी के स्तर से व्यापक प्रसार करना सुनिश्चित करेंगे। इस पत्र की कापी कारा निरीक्षणालय के सभी पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ इसकी प्रतिलिपि आईटी मैनेजर कारा एवं सुधार सेवाएं निरीक्षणालय बिहार को दी गई है।

Posted By: Inextlive