PATNA : निपाह वायरस से पूरा देश दहशत में है। पटनाइट्स में भी वायरस के अटैक का खतरा है। स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है लेकिन खतरा ट्रेन और लाइट से भी कम नहीं है। रेलवे स्टेशनों और एयरपोर्ट पर इस वायरस को लेकर अब तक कोई अलर्ट नहीं है। ऐसे में सवाल बाहर से आने वालों के साथ आए वायरस को लेकर है। केरल से पटना में साप्ताहिक ट्रेने आती है। स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट तो जारी कर दिया है लेकिन इस अलर्ट का असर कहीं किसी हॉस्पिटल में देाने को नहीं मिल रहा है।

हेल्थ डिपार्टमेंट भी तैयार नहीं

निदेशक प्रमुख रोग नियंत्रण स्वास्थ्य सेवाएं डॉ आर डी रंजन ने 25 मई को जारी किए अलर्ट में कहा है कि केरल में जानलेवा निपाह वायरस के प्रकोप को देाते हुए बिहार में भी इससे सतर्क रहने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट के साथ वायरस से सावधान रहने के लिए एडवाइजरी भी जारी कर दी है, लेकिन यह भी हवाई ही है। क्योंकि अस्पतालों में कोई अलर्ट नहीं दिख रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम न तो स्टेशन के आस पास दिख रही है और न ही एयरपोर्ट पर ही कोई टीम है। पटना के अन्य सार्वजनिक स्थानों जैसे बस स्टेशन और चौराहों पर भी कोई स्वास्थ्य टीम नहीं दिख रही है।

सीजन में आम और खजूर से बन गई दूरी

रोजा का सीजन है और खजूर की डिमांड अधिक होती है लेकिन निपाह वायरस से इसकी भी बिक्री प्रभावित हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने जो अलर्ट जारी किया है उसमें आम और खजूर के साथ अन्य फलों को लेकर भी सावधानी बरतने व दूरी बनाने को कहा गया है। ऐसे में रोजेदारों के सामने बड़ी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। रोजेदारों के लिए खजूर काफी पाक माना गया और अक्सर वह इसी से रोजा खोलते हैं। पटना में खजूर व फल के कारोबारियों का कहना है कि अचानक से फल की बिक्री प्रभावित हुई है। हालांकि पैकेट वाले खजूर को लेकर दुकानदार सेफ बता रहे हैं लेकिन जिस तरह से स्वास्थ्य विभाग ने खजूर को अलर्ट जारी किया है उससे बिक्री पर असर पड़ा है। आम के सीजन में भी इसकी बिक्री काफी प्रभावित हो सकती है। फल के कारोबार से जुड़े पटना के समसुद्दीन खां का कहना है कि फल को लेकर जिस तरह से अलर्ट जारी हो रहा है। इससे आम और लीची के सीजन में कारोबार प्रभावित हो सकता है।

Posted By: Inextlive