-सब्जी विक्रेता गुरुप्रसाद के बेटे अंकित जायसवाल ने हासिल की सपनों सरीखी सफलता

-पहले गेल सुपर-100 कानपुर, फिर एनआईटी दुर्गापुर में मिला एडमिशन

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PRAYAGRAJ: कहते हैं अगर मन से ठान लिया जाए तो कोई भी टास्क मुश्किल नहीं। कुछ ऐसी ही कहानी है प्रयागराज के अंकित जायसवाल की। सरकारी स्कूल से 12वीं पास करने के बाद अंकित ने सेल्फ स्टडी के दम पर पहले गेल सुपर-100 में एडमिशन पाया। इसके बाद पहले ही अटेंप्ट में एनआईटी दुर्गापुर में बीटेक-बायोटेक में दाखिला ले लिया। गौरतलब है कि अंकित के पिता गुरुप्रसाद उर्फ कल्लू सिटी में सब्जी बेचते हैं। लेकिन अंकित की आंखों में बेहतर कल का ख्वाब था और उसने अपनी मेहनत के दम पर इसे हासिल भी कर लिया।

पिता का था सपना, बेटा बने इंजीनियर

अंकित जायसवाल बताते हैं कि उनके पिता गुरुप्रसाद जायसवाल अनपढ़ हैं। उन्हें सिर्फ सिग्नेचर करना ही आता है। ऐसे में पिता का सपना था कि उनका बेटा इंजीनियर बने। पिता के सपने को पूरा करने के लिए अंकित ने शुरू से ही मेहनत की। अंकित ने यूपी बोर्ड से संचालित अशासकीय सहायता प्राप्त स्कूल एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज में पढ़ाई की है। यहां पर 12वीं की पढ़ाई के दौरान ही प्रिंसिपल स्वास्तिक बोस ने क्लास रूम में गेल सुपर-100 के बारे में बताया था। उन्होंने बताया कि यहां पर आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को फ्री ऑफ कास्ट आईआईटी और एनआईटी की तैयारी करायी जाती है। उन्होंने बताया कि इसका कांपटीशन भी बेहद टफ होता है।

मुश्किल था रास्ता

यह बात अंकित को पता चली तो वह पूरी लगन के साथ पढ़ाई में जुट गए। अंकित बताते हैं कि उनका सिर्फ एक ही टारगेट था कि किसी भी तरफ गेल सुपर-100 में अपनी सीट हासिल करना। लास्ट ईयर अंकित ने ऑन लाइन गेल सुपर-100 का फ्रीफार्म भरा और एग्जाम दिया। इसके बाद उनका सेलेक्शन हो गया। 11 महीने हॉस्टल में रहकर तैयारी करने के बाद पहले ही प्रयास में अंकित को एनआईटी दुर्गापुर में बीटेक बायोटेक में दाखिला मिल गया। अंकित बताते हैं कि गेल की तरफ से दो साल तक उनको 48 हजार रुपए स्कॉलरशिप भी मिलेगी।

आईएएस बनने का है सपना

अपनी सफलता का श्रेय अपने पैरेंट्स और टीचर्स को देते हुए अंकित बताते है कि उनका सपना है कि वह बीटेक पूरा करने के बाद सिविल सर्विसेज की तैयारी करें। उनका सपना है कि इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करके पिता का सपना पूरा करूं और उसके बाद आईएएस बनकर खुद का सपना पूरा करूं। अंकित के बड़े भाई संजय जायसवाल भी अपने पिता के साथ ही नेता नगर चौराहे पर सब्जी की दुकान चलाते हैं। जबकि मंझला भाई संदीप जायसवाल बीएससी कर रहा है।

Posted By: Inextlive