डॉक्टर्स और नर्सेज के लिए ड्रेस कोड लागू

मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर्स और नर्सेज के लिए जारी हुए निर्देश

रानी अवंती बाई जिला महिला अस्पताल की तर्ज पर प्रदेशभर में होगा लागू

Meerut। कलर्ड बाल, स्पाइकी हेयर, स्टाइलिश कपड़े, डार्क मेकअप, बढ़ी हुई दाढ़ी के साथ अब डॉक्टर्स और नर्स अस्पताल नहीं आ सकेंगे। सभी सरकारी अस्पतालों के लिए शासन ने प्रॉपर ड्रेस कोड लागू करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।

यह होगा लागू

रानी अवंती बाई जिला महिला अस्पताल लखनऊ की तर्ज पर शासन ने सभी सरकारी अस्पतालों को अपने यहां डॉक्टर्स और अन्य स्टॉफ को ड्रेस कोड लागू करने का फरमान दिया है। इसके तहत अस्पताल के डॉक्टर्स को ऐप्रन पहनना जरूरी होगा। इसके अलावा वह स्टाइलिश और चमकदार रंगों के चश्मे, लाल, गुलाबी, नीले रंग के कलर किए हुए बालों के साथ अस्पताल नहीं जा सकेंगे। वहीं उन्हें हाइजीन का भी विशेष ख्याल रखना होगा। बदबू से बचने के लिए डियो या परफ्यूम का इस्तेमाल करना होगा।

नर्स पहनेंगी सफेद सलवार-कुर्ता

अस्पताल में नर्सो को सफेद सलवार कुर्ता और ऐप्रन ही अलाउड होगा। इसके अलावा वह बढ़े हुए नाखून और डार्क मेकअप के साथ अस्पताल नहीं जा सकेंगी। इसके लिए शासन ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि महिला स्टाफ सिर्फ नेचुरल और प्रोफेशनल मेकअप के साथ ही अस्पताल पहुंचे। इसके अलावा अगर किसी के लंबे बाल हैं तो उन्हें कसकर बांधना होगा। वहीं ऑप्रेशन थियेटर में भी बेहोशी के डॉक्टर्स को ग्रीन कलर का कुर्ता -पजामा और नर्स को पिंक कलर की ड्रेस पहननी होगी। वहीं हाउस कीपिंग के लिए खाकी कलर की पेंट शर्ट, महिलाओं के लिए ग्रीन बॉर्डर की साड़ी और सिक्योरिटी को ब्लू कलर की यूनिफार्म पहननी अनिवार्य होगी।

शासन की ओर से हमें निर्देश जारी हो गए हैं। सभी नियमों को जल्द से जल्द लागू करवा ि1दया जाएगा।

डॉ। दिनेश राणा, पीआरओ, मेडिकल कॉलेज

इनका है कहना

ड्रेस कोड लागू होना अच्छी बात है। इस फैसले से अस्पताल का माहौल बदलेगा।

शर्ली, स्टाफ नर्स, मेडिकल कॉलेज

अस्पताल में मरीज इलाज करवाने आते हैं लेकिन नई पीढ़ी फैशन की ओर ज्यादा झुकी रहती हैं। यह अच्छा फैसला है।

सुशीला, स्टाफ नर्स

यूनिफार्म के लिए पहले ही नियम लागू हैं लेकिन ग्रूमिंग के नियम लागू होने से माहौल में परिवर्तन आएगा।

गीता सिंह, स्टाफ नर्स

Posted By: Inextlive