बोर्ड स्टूडेंट्स के लिए जारी नहीं हुर्इ हेल्पलाइन नंबर एक्सपर्ट पैनल को देने थे छात्रों को टिप्स
2019-01-23T09:09:40+05:30यूपी बोर्ड एग्जाम की डेट करीब आने के बावजूद गोरखपुर डीआईओएस ऑफिस के जिम्मेदार बोर्ड के निर्देशों को लेकर गंभीर नहीं हैं
- यूपी बोर्ड की तरफ से डीआईओएस ऑफिस में बनाई जानी थी हेल्प डेस्क
- बाकी जिलों में हुई शुरुआत लेकिन गोरखपुर में पता ही नहीं
Gorakhpur@inext.co.in
GORAKHPUR: यूपी बोर्ड एग्जाम की डेट करीब आने के बावजूद गोरखपुर डीआईओएस ऑफिस के जिम्मेदार बोर्ड के निर्देशों को लेकर गंभीर नहीं हैं. हाल ये कि अभी तक न तो स्टूडेंट्स के लिए हेल्पलाइन जारी की गई और न ही यहां हेल्प डेस्क ही बनाई जा सकी है. जबकि बोर्ड को-ऑर्डिनेटर का कहना है कि कंट्रोल रूम बना उससे ही काम चलाया जाएगा.
एक्सपर्ट पैनल को देने थे सॉल्युशन
बता दें, यूपी बोर्ड की तरफ से जारी निर्देश के बाद कई जिलों में स्टूडेंट्स की समस्याओं के समाधान के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. साथ ही एक्सपर्ट पैनल वाले हेल्प डेस्क भी बनाए गए हैं. लेकिन गोरखपुर डीआईओएस की तरफ से अभी तक न तो स्टूडेंट्स के टफ सब्जेक्ट्स के समाधान के लिए हेल्प डेस्क ही बनाया गया और न ही हेल्पलाइन नंबर ही जारी किया गया है. इस संदर्भ में बोर्ड को-आर्डिनेटर शिवचरण से बात की गई तो उन्होंने बताया कि राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज में कंट्रोल रूम बना ही काम होगा. वहीं, हेल्पडेस्क न बनाए जाने से 10वीं व 12वीं के स्टूडेंट्स परेशान हैं. मजबूरन वे अपने स्कूल के विषय विशेषज्ञ से संपर्क कर फिजिक्स, केमेस्ट्री, मैथ, इंग्लिश, बायोलॉजी विषय के उलझाने वाले क्वेश्चंस के सॉल्युशन का पता लगाने में जुटे हैं.
12वीं के स्टूडेंट्स में ज्यादा जिज्ञासा होती है. सबसे ज्यादा मैथमेटिक्स और साइंस सब्जेक्ट के स्टूडेंट्स को दिक्कत आती है. हालांकि समस्याओं के समाधान के लिए जब भी सटूडेंट्स संपर्क करते हैं तो मदद की जाती है.
सुधीर पांडेय, शिक्षक
बोर्ड एग्जाम की डेट डिक्लेयर होने के बाद से ही स्टूडेंट्स के मन में आने वाली दुविधाएं बढ़ जाती हैं. ऐसी कंडीशन में उनके सामने जिस भी विषय में समस्या आती है उसे दूर किया जा रहा है.
प्रतीक त्रिपाठी, शिक्षक
सेशन 2018-19
क्लास रेग्युलर प्राइवेट टोटल
10वीं 81157 638 81795
12वीं 68529 1365 69894
कुल 149686 2003 151689
यूपी बोर्ड परीक्षार्थियों के लिए हेल्प डेस्क नहीं बनाया गया है. कंट्रोल रूम से ही मदद मिल जाएगी. इसे राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज में बनाया जाएगा.
- शिवचरण, को-ऑर्डिनेटर, यूपी बोर्ड