इमामबाड़ा में पर्यटकों के लिए नियम तो लागू, संडे को खूब हुई पर्यटकों से बहस

LUCKNOW:

जिला प्रशासन ने मुस्लिम धर्मगुरुओं के कहने पर इमामबाड़ा परिसर में भड़काऊ कपड़े और प्रोफेशनल फोटोग्राफी पर रोक का आदेश तो जारी कर दिया। जिससे संडे को यहां आने वाले पर्यटकों को काफी परेशानी हुई। बहुत से लोग तो बहस करने के बाद निराश होकर यहां से लौट गए। जानकारी मिली है कि कई विदेशी पर्यटकों को भी यहां से बैरंग वापस कर दिया गया।

लोग हमसे कर रहे बहस

संडे को इमामबाड़ा के मेन गेट पर गार्ड और पुलिस के जवान पर्यटकों को रोकते दिखाई दिए। वे लोगों को जारी किए गए आदेश के बारे में बता रहे थे तो लोग इसे मनमानी बताकर उनसे बहस कर रहे थे। यहां तैनात गार्डो ने बताया कि अगर बोर्ड पर नोटिस लगा दिया जाता तो आसानी होती। हम लोगों की बात मानने को कोई तैयार नहीं है।

तो फोटो कैसे लेंगे

इमामबाड़ा में प्रोफेशनल कैमरा लेकर आने वाले पर्यटकों को भी रोका गया तो लोगों ने कहा जब कैमरा नहीं ले जाने दोगे तो भला वह यहां की यादें किस तरह संजोकर रखेंगे। काउंटर पर बैठे नकी ने बताया कि पर्यटक बहस करने के साथ आदेश की कॉपी मांग रहे हैं।

सिर ढंकने को लेकर बहस

इमामबाड़ा के अंदर बिना सिर ढंके महिलाओं को नहीं जाने दिया जा रहा था, जिस पर कई महिलाओं ने ऐतराज जताया। उनका कहना था कि जब कहीं और सिर नहीं ढंकते तो यहां क्यों ढंके?। वहीं कई महिलाओं ने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि आदेश जारी किया गया था तो हम लोगों की मदद के लिए कम से कम महिला कर्मचारी तो तैनात किए जाते, जिनसे हम अपनी बात कह सकते।

इन नियमों का क्या फायदा

यहां घूमने आए तो पता चला कि कैमरा अंदर नहीं ले जा सकते हैं। अब भला कैमरा बाहर कहां रखें, समझ नहीं आ रहा है। ऐसे नियमों से तो पर्यटकों को काफी परेशानी होगी।

प्रदीप

अगर यह नियम केवल महिलाओं के लिए हैं तो गलत है। कोई रोक हो तो वह सभी के लिए होनी चाहिए। भला कोई कैसे यह डिसाइड कर सकता है कि कौन सा कपड़ा रही है और कौन सा गलत।

हिमांशी

नियम का पालन तो सभी को करना चाहिए लेकिन जबरदस्ती कोई रोक नहीं लगाई जानी चाहिए। इन नियमों से तो यहां आने वाले लोगों की संख्या ही कम हो जाएगी।

पिंकी

रोक केवल किसी एक पर नहीं लगाई जानी चाहिए। प्रशासन को भी चाहिए कि वह पर्यटकों को पूरी जानकारी दे। ताकि यहां आने वाले लोगों को किसी तरह की दिक्कत न हो।

स्नेहा

Posted By: Inextlive