Jamshedpur: मौसम की मेहरबानी खत्म हो चुकी है अब बारी है मौसम की मार के लिए प्रिपेयर होने की. जी हां समर सीजन अब अपना रंग दिखाने लगा है. सिटी का टेंपरेचर 40 डिग्र्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है. हर रोज चढ़ता पारा लोगों की मुश्किलें दिन-ब-दिन बढ़ा रहा है.

पारा पहुंचा 40 के पार
समर सीजन ने सिटी में अपनी दस्तक पूरी तरह से दे दी है। पिछले एक वीक के दौरान सिटी का मैक्सिमम टेंपरेचर 37 से 40 डिग्र्री सेल्सियस के आसपास रहा। पर ट्यूजडे को पारा 3 डिग्र्री सेल्सियस बढक़र 41.8 डिग्र्री सेल्सियस हो गया। लास्ट ईयर के कंपैरिजन में टेंपरेचर .5 डिग्र्री ज्यादा रहा। पिछले 49 सालों (1951-1999) के आंकड़ों पर नजर डालें तो अप्रैल के दौरान सिटी का मैक्सिमस मीन टेंपरेचर 38.9 डिग्र्री सेल्सियस रहा है। अचानक से बढ़ी इस गर्मी ने लोगो की हालत खराब कर दी है।

बढ़ी लोगों की मुश्किलें
अचानक से बढ़ी इस गर्मी की वजह से लोगो की परेशानियां काफी बढ़ गई हैं। साकची के जितेंद्र वर्मा ने बताया कि आमतौर पर इतनी गर्मी मई और जून के महीने में पड़ती है, पर इस बार गर्मी अप्रैल से ही सितम ढाने लगी है। चिलचिलाती धूप की वजह से स्टूडेंट्स और वर्किंग लोगों को काफी प्रॉब्लम हो रही है। सुबह से ही धूप लोगो को सताने लगती है।

Heat stroke से बचें
इस बढ़ती गर्मी से खुद को सेफ रखने के लिए अपना प्रोपर ख्याल रखना भी बेहद जरुरी है। फिजीशियन डॉ बलराम झा ने बताया कि गर्मी की वजह हीट स्ट्रोक का खतरा रहता है। उन्होंने कहा कि इससे बचने के लिए जरुरी है की धूप के डायरेक्ट एक्पोजर से बचा जाए और साथ ही पानी की कमी ना हो इसके लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीया जाए। उन्होंने बताया घर से निकलते वक्त छाता, फूल स्लीव कपड़े जैसे सन प्रोटेक्शन का इस्तेमाल किया जाए। उन्होंने बताया कि पानी की कमी से भी हीट स्ट्रोक का खतरा रहता है। इसके अलावा हीट स्ट्रोक की वजह से बीपी लो होकर बेहोशी, चक्कर, सिर दर्द, लूज मोशन, हाथ पैर में दर्द भी हो सकता है।

'धूप से बचाव करना बेहद जरुरी है। थोड़ी सी भी लापरवाही होने पर हीट स्ट्रोक का खतरा रहता है। तेज धूप में निकलते वक्त प्रोटेक्शन का इस्तेमाल करे। शरीर में पानी की कमी ना होने दें.'
डॉ बलराम झा, फिजीशियन

'गर्मी काफी तेज हो गई है। धूप की वजह से घर से निकलना मुश्किल हो गया है.'
गौरव त्रिपाठी, कदमा

Report by: abhijit.pandey@inext.co.in

Posted By: Inextlive